सारण: छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों का सिलसिला लगातार (Many People Died Due To Poisonous Liquor In Saran) बढ़ता जा रहा है और इसके विरोध में अब विरोधी दल के नेता सड़कों पर उतर गए हैं. आज मुख्य विरोधी पार्टी भाजपा ने छपरा के नगरपालिका चौक पर जिला अध्यक्ष डॉ रामलाल शर्मा के नेतृत्व में एक विरोध मार्च निकाला और नीतीश कुमार का पुतला दहन (BJP Burnt Effigy Of CM Nitish Kumar In Saran) किया. बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि नीतीश कुमार अबकी बार सत्ता में नहीं लौटेंगे. क्योंकि नीतीश कुमार दो तरफा बाजी खेल रहे हैं.
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छपरा में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत : बीजेपी नेताओं ने कहा कि एक तरफ जहां पीड़ित परिवारों की स्थिति बद से बदतर है. उनको सरकारी मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है. यह कहां की नीति है. जबकि गोपालगंज में हुए शराब कांड के दौरान वहां के लोगों को 4-4 लाख रुपए का मुआवजा मिला था. फिर जहरीली शराब कांड के बाद छपरा के पीड़ितों के साथ ऐसा व्यवहार मुख्यमंत्री क्यों कर रहे हैं. सारण जिला अध्यक्ष डॉ रामदयाल शर्मा ने सभी पीड़ितों को 44 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की है.
'सीएम नीतीश कुमार जी के गलत नीतियों के खिलाफ हजारों-हजारों लोग मर रहे हैं. वहां से हमलोग घूम के आ रहे है. कितने मासूम बच्चे अनाथ हो गए. हमारे नेता सुशील कुमार मोदी भी वहां गए है. बिहार सरकार पीड़ित परिवार को चार-चार लाख रुपए मुआवजा दे.' - डॉ रामलाल शर्मा, बीजेपी जिला अध्यक्ष, सारण
BJP कार्यकर्ताओं ने सीएम नीतीश का पुतला फूंका : छपरा में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ सिविल कोर्ट में मामला भी दर्ज कराया गया है. इस कांड में उनको मुख्य दोषी मानते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की गई है. भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी भी छपरा जिले के सबसे ज्यादा प्रभावित प्रखंड मशरख के बहरौली गांव पहुंचे और पीड़ितों से मिलकर उन्हें हर संभव सहायता देने की सरकार से मांग की. इसके साथ ही बहरौली, मशरख, तख्त और छपिया गांव के में जाकर पीड़ित परिवारों से मिले.
जहरीली शराब पीने से मचा मौत का तांडवः गौरतलब है कि सारण में जहरीली शराब पीने से मौत का तांडव मचा हुआ है. यहां हर रोज जहरीली शराब से सेवन करने वाले लोगों की मौत की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. अबतक 75 लोगों की मौत पिछले तीन दिनों में हो चुकी है. वहीं शराब से मौत मामले को लेकर सूबे की सियासत भी गरमायी हुई है. विधानसभा में इस मामले को लेकर जमकर हंगामा मचा हुआ है. बता दें कि, इतनी जल्दी इस तरह के आदेश जारी करने किए पीछे का मुख्य कारण सारण जिले के मशरक थाने में जब्त करके रखे गये स्पिरिट के गायब होने और इसी स्पिरिट से शराब बनने का आरोप है. हालांकि, इस गंभीर आरोप की जांच अभी जारी है, लेकिन इसे एक बड़ा पॉइंट मानते हुए मद्य निषेध विभाग ने भविष्य के लिए ये बड़ा कदम उठाया है कि थानों में रखे स्पिरिट नष्ट किये जाएंगे.