छपराः बिहार के छपरा में शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अधिवेशन (ABVP session in Chapra ) के दूसरे दिन शोभायात्रा निकाली गई. उसके बाद यहां पर कचहरी स्टेशन परिसर में एक जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ला ने कहा कि अगर बिहार को बचाना है तो यहां कि शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाना होगा. तभी बिहार का कुछ अच्छा हो सकता है. साथ ही उन्होंने सत्र अनियमितता के खिलाफ सरकार पर जमकर भड़ास निकाली.
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शिक्षा व्यवस्था में सुधार होने जरूरीः राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ला ने कहा कि बिहार में विधानसभा में चर्चा होती है, लेकिन सत्र के अनियमित होने पर कोई भी चर्चा नहीं होती है. इसके लिए सत्ता में बैठे और विश्वविद्यालय में बैठे भ्रष्ट लोग पूरी तरह से जिम्मेदार हैं. ऐसे लोगों को हमें पूरी तरह से बेनकाब करना होगा. छात्रों के भविष्य के बारे में सोचें. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् बिहार के 64वें प्रदेश अधिवेशन के दौरान याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि आजादी के बाद से विद्यार्थी परिषद् निरंतर देशहित, छात्रहित और समाजहित में कार्यरत है.
सत्ता परिवर्तन से ज्यादा समाज परिवर्तन में विश्वासः उन्होंने कहा कि हम सत्ता परिवर्तन से अधिक व्यवस्था परिवर्तन तथा समाज के परिवर्तन में विश्वास करते हैं. हमने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के लिए तथा शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए सरकार से जीडीपी का कम से कम 2% हिस्सा खर्च हो, इसका निवेदन किया है. राज्य सरकारों से भी हम यह मांग करते हैं कि सत्ता लोभ में जाति-धर्म की राजनीति से ऊपर उठकर अब शिक्षा केन्द्रित राजनीति करे. यह देश युवाओं का है और युवा तभी सशक्त होंगे जब वो शिक्षित होंगे. इसके अलावा सरकार यह सुनिश्चित करे कि कोई भी भ्रष्ट व्यक्ति विश्वविध्यालय के गरिमामयी एवं संवैधानिक पदों पर आसीन न हो.
"बिहार में शिक्षा और रोजगार को लेकर जो विभीषिका पैदा हुई है. बिहार को कुर्सी कुमार जी बर्बाद मत करिए. बिहार की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की दिशा में बेहतर काम करिए. मेरी सभी दलों से यही अपील है कि राजनीतिक पूर्वाग्रह को छोड़कर बिहार की शिक्षा व्यवस्था को संभालने में मदद करें" - याज्ञवल्क्य शुक्ला, राष्ट्रीय महामंत्री, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद