सीतामढ़ी: लॉकडाउन के कारण दूसरे प्रदेशों से लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इन लोगों को अपने ही जिले में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से युद्ध स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं. जिले के कई प्रखंडों में मजदूरों को रोजगार मुहैया करवाया जा रहा है.
बता दें कि इन मजदूरों से मनरेगा, नल जल योजना, जल जीवन हरियाली और मास्क निर्माण कार्यों में मदद ली जा रही है. इसके अलावा कई प्रखंडों और अनुमंडल में प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए उनके कौशल के आधार पर स्किल सर्वे का काम तेज गति से चल रहा है. साथ ही क्वॉरंटीन सेंटर से बाहर आने के बाद उन लोगों का जॉब कार्ड भी बनाया जा रहा है.
सभी कार्य योजना में लाया जा रहा तेजी
अनुमंडल पदाधिकारी धनंजय कुमार ने बताया कि सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देश पर प्रवासी मजदूरों को जिले में ही रोजगार देने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से सभी कार्य योजनाओं पर तेज गति से काम चल रहा है. अब प्रवासी मजदूरों को दूसरे प्रदेशों में जाने की जरूरत नहीं होगी. वहीं, उन्होंने बताया कि इन लोगों को रोजगार मुहैया कराने के साथ-साथ बौद्धिक और शारीरिक विकास के लिए कई तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. अधिकांश क्वॉरंटीन सेंटर पर लोगों के लिए योगा, व्यायाम, खेल और मेडिटेशन जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि 14 दिनों की क्वॉरंटीन के समय में इनका बौद्धिक और शारीरिक विकास बेहतर तरीके से हो सके. इसके लिए क्वारंटीन सेंटर पर व्यायाम, योगा और खेल शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई है.
प्रवासी मजदूरों के बीच जॉब कार्ड का वितरण
जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को जिले के अंदर रोजगार मुहैया कराने के लिए सभी कार्य योजनाओं पर काम शुरू है. कई प्रखंडों में प्रवासी मजदूरों के बीच जॉब कार्ड का वितरण किया जा चुका है. वहीं, लेबर डिपार्टमेंट के पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द स्किल सर्वे का काम पूरा कर लोगों के हुनर के हिसाब से उन्हें काम मुहैया करावाया जाए.