समस्तीपुर: जिले के खानपुर थाना क्षेत्र के हरिपुर घाट की रहने वाली एक महिला अपने पति के रिहाई के लिए गुहार लगा रही है. दरअसल, पिता और बच्चों के संग अपने इंजीनियर पति रामकुमार के रिहाई की गुहार लगाने स्थानीय विधायक अख्तरुल इस्लाम साहिन के पास सर्किट हाउस पहुंची. महिला ने बताया कि उसके पति अरुणाचल प्रदेश में ऑयल कंपनी में कुमचाय कहां गांव में रेडियो ऑपरेटर के पद पर कार्यरत थे. जहां पर बीते 23 दिसंबर को उल्फा उग्रवादियों ने कार्य स्थल से उन्हें अगवा कर लिया.
लेवी का रकम नहीं देने पर हत्या करने की धमकी
अगवा की सूचना मिलने के बाद पीड़िता बीना देवी ने अपने पति के रिहाई को लेकर अरुणाचल सरकार, बिहार सरकार, स्थानीय विधायक और सांसद से गुहार लगाई. लेकिन किसी ने उसे मदद का भरोसा नहीं दिलाया, और ना ही उसकी मदद किया. वीणा की सब्र का बांध उस वक्त टूट गया जब उल्फा उग्रवादियों ने उनके पति का एक वीडियो जारी करते हुए बताया गया है कि अरुणाचल सरकार या कंपनी ने उन्हें लेवी की रकम 35 लाख का भुगतान नहीं किया जाता है, तो 16 फरवरी को उसकी हत्या कर दी जाएगी. जिसके बाद वीणा के पैरों तले जमीन खिसक गई.
यह भी पढ़ें - रूपेश सिंह हत्याकांड: पुलिस की थ्योरी पर उठ रहे सवाल, तेजस्वी बोले- 'बकरा मिल गया'
सरकारी स्तर पर होनी चाहिए पहल
वीणा अपने पति और बच्चों के संग शहर के राजद विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन के पास मिलने सर्किट हाउस पहुंची. जैसे ही उनके पास पहुंची हाथ जोड़कर आंखों में आंसू लिए फफक कर रोते हुए अपनी समस्या बताते हुए पति की रिहाई गुहार लगाने लगी. स्थानीय विधायक ने पीड़ित महिला की सभी दास्तान सुना और उनके पति को रिहाई कराने का भरोसा दिया. साथ ही स्थानीय राजद विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने बिहार सरकार, केंद्र सरकार और गृह मंत्री से भी गुहार करते हुए कहा कि इस पीड़िता के पति को उल्फा उग्रवादियों के चंगुल से रिहा कराने को लेकर सरकारी स्तर पर पहल होनी चाहिए.