समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर जिले में अंकुरण परियोजना के तहत 108 स्कूलों में पोषण वाटिका का निर्माण किया (Construction of poshan vatika in schools under Ankuran project) गया. इस योजना का उद्देश्य था कि वाटिका में उगाई सब्जियों को बच्चों को मिड डे मील में दिया जा सके, ताकि पौष्टिक खाना से उनके स्वास्थ्य पर अच्छा असर हो. इस योजाना के अंतर्गत कृषि विभाग और यूनिसेफ मिलकर काम कर रहे थे. लेकिन बीते दो साल से स्कूल बंद थे. ऐसे में वाटिका में उगाई सब्जियां को कौन खा गया, इसको लेकर अब सवाल उठ रहे हैं, जिसका जवाब किसी के पास नहीं है.
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वाटिका की विभागीय समीक्षा शुरू: कोराना का असर कम होने पर स्कूल खुले तो विभाग ने वाटिका का वर्तमान हाल जानने के लिए समीक्षा शुरु की (Review of poshan vatika scheme) है. साथ ही इस बात की समीक्षा हो रही है कि पोषण वाटिका में पिछले दो साल से उगाई गई सब्जियों का आखिरकार क्या हुआ. एमडीएम डीपीओ कार्यालय सूत्रों की मानें तो सम्बंधित स्कूल इन दो वर्षों में इस पोषण वाटिका में उपजी सब्जी और फल को लेकर पूरी तरह पल्ला झाड़ रहे हैं.
सभी पोषण वाटिका की होगी जांच: विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिन स्कूलों में पोषण वाटिका का निर्माण कराया गया था. उन सभी स्कूलों की सिलसिलेवार तरीके से जांच की जाएगी. फिलहाल तो इस बात का पता लगाया जा रहा है कि पोषण वाटिका का किस हाल में है. वहां सब्जी उगाने का काम चल रहा है या नहीं. साथ ही जिस उद्देश्य के साथ पोषण वाटिका को निर्माण कराया गया था, उसे पूरा किया जा रहा या नहीं.
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