समस्तीपुर: समस्तीपुर रेल डिजीवन में स्क्रैप की चोरी (Rail Engine Scrap Theft At Samastipur Rail Division) का मामला अब तक नहीं सुलझ पाया है, जबकि डेढ़ माह से अधिक समय गुजर चुका है. अब इस गुत्थी को सुलझाने रेलवे बोर्ड ने एक स्पेशल टीम (Railway Board Formed Special Team) बनाई है, जो मामले की जांच करेगी.
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बता दें कि चोरी की घटना के बाद से डिवीजन और रेल बोर्ड की लगातार किरकिरी हो रही थी. जिसके बाद बोर्ड हरकत में आया और चार सदस्यीय टीम को जांच के लिए समस्तीपुर डिवीजन भेजा है.
गौरतलब है कि बीते वर्ष के 14 दिसंबर को फर्जी मेमो के जरिए समस्तीपुर लोको शेड के सीनियर सेक्शन इंजीनियर व अन्य कर्मियों ने मिलकर पूर्णिया कोर्ट पर खड़ी इंजन के स्क्रैप बेच दिए थे. तब एक महिला आरपीएफ के सूझबूझ से यह पूरा मामला सामने आया था. बता दें कि डिवीजन ने अपने स्तर पर जांच के लिए एक टीम बनाई थी, लेकिन टीम के हाथ अब तक कुछ नहीं लगा. अब यह मामला तूल पकड़ते जा रहा है, जिसमें कई अधिकारी और कर्मचारी पकड़ में आ सकते है. ज्ञात हो कि मामले के मुख्य आरोपी समस्तीपुर लोको शेड के सीनियर सेक्शन इंजीनियर पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिस वजह से जांच सवालों के घेरे में आ गई थी.
समस्तीपुर रेल डिवीजन कार्यालय के अनुसार रेल बोर्ड ने चार सदस्यीय टीम को जांच के लिए यहां भेजा है. सूत्रों की माने तो टीम ने समस्तीपुर लोको शेड और पूर्णिया कोर्ट स्टेशन पर कई कर्मी और अधिकारियों से इस मामले में गहन पूछताछ की है. वहीं स्क्रैप चोरी मामले को लेकर आरपीएफ टीम की अब तक की जांच रिपोर्ट और मामले में क्या कार्रवाई हुई है, उसकी जानकारी ली गई है. बोर्ड की स्पेशल टीम की जांच ने डिवीजन में हड़कंप मचा दिया है.
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