समस्तीपुर: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जिले के दस सीटों पर 160 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. जहां एनडीए गठबंधन और महागठबंधन के अलावा कई सीटों पर त्रिकोणात्मक लड़ाई है. बुधवार को प्रथम चरण के चुनाव संपन्न होने पर पार्टी नेताओं ने आंकलन लगाते हुए दूसरे और तीसरे चरण के मतदान को लेकर प्रचार प्रसार तेज कर दी है.
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और तीसरे चरण में जिले की दस सीटों पर चुनाव होने हैं. इन 10 सीटों के जंग में 160 उम्मीदवार चुनावी दंगल में ताल ठोक रहे हैं. दूसरे चरण के पांच सीटों पर जंहा जिले में 73 उम्मीदवार और तीसरे चरण में बांकी के पांच सीटों पर 87 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. वैसे लड़ाई में आमने सामने एनडीए और महागठबंधन ही है, लेकिन रोसड़ा, समस्तीपुर, हसनपुर और विभूतिपुर में लड़ाई त्रिकोणात्मक हो सकता है.
पार्टी नेताओं ने किया जीत का दावा
बिहार विधानसभा चुनाव में सवाल यह भी है कि क्या विभिन्न अन्य सियासी दल और निर्दलीय उम्मीदवार, एनडीए और महागठबंधन का वोटों के सियासी गणित को बिगाड़ सकता है या नहीं? वहीं, जदयू प्रदेश महासचिव दुर्गेश राय का कहना है कि लोकतंत्र में चुनाव लड़ने की आजादी सभी को है लेकिन अगर जिले की 10 सीटों की बात करें तो अन्य दल क्या महागठबंधन भी एनडीए के जीत के राह में दूर-दूर तक नहीं है. राजद नेता प्रेम प्रकाश शर्मा का कहना है कि इस सियासी जंग में सत्ताधारी दल के सामने मुख्य विरोधी दल के रूप में सभी सीटों पर टक्कर दे रहे है. उनका कहा है कि लड़ाई एनडीए और महागठबंधन के ही बीच है, लेकिन लोजपा जैसे दल इस चुनाव वोटकटवा की भूमिका में होंगे.