समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर में हजारों लीटर अवैध शराब बरामद (Police search operation in Samastipur) हुआ. पुलिस ने बरामद देसी शराब को नष्ट कर दी है. छपरा में हुई जहरीली शराब से मौत के बाद समस्तीपुर पुलिस अब अलर्ट मोड में आ गयी है. एसपी के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस गंगा दियारा के हरदासपुर, सरसाबा, जाहेंगरा एवं नवघरिया में विभिन्न ठिकानों पर शराब को लेकर सर्च अभियान चलाया. जानकारी के अनुसार इस अभियान के दौरान कुछ अवैध शराब की भट्टियों को ध्वस्त किया गया. इस दौरान हजारों लीटर कच्ची शराब को भी नष्ट किया गया.
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शराब कारोबारियों के खिलारफ सर्च अभियान : मिली जानकारी के अनुसार, इस अभियान में दो शराब कारोबारी को अवैध देसी शराब के साथ गिरफ्तार भी किया गया है. गौरतलब है की पहले भी उत्पाद विभाग ने मोहनपुर व मोहउद्दीनगर थाना क्षेत्र के दियारा इलाकों में कई बार अभियान चलाया है. इस बार खुद एसपी इसका नेतृत्व कर रहे थे. गौरतलब है कि छपरा जहरीली शराब कांड में अब तक 76 लोगों की मौत की खबर है. जबकि आबकारी मंत्री ने 38 मौतों की पुष्टि प्रेसकॉन्फ्रेंस करके दी थी. जबकि विपक्ष का दावा है कि 100 से अधिक मौतें इस जहरीली त्रासदी के चलते हुईं हैं. मीडिया रिपोर्ट के आधार पर ही मानवाधिकार आयोग ने इस मसले की जांच शुरू की है.
छपरा जहरीली शराबकांड में NHRC की घर-घर दस्तक : बता दें कि छपरा जहररीली शराबकांड के बाद बिहार के सारण जहरीली शराबकांड (Bihar Hooch Tragedy) की जांच NHRC ने तेज कर दी है. टीम घर-घर पहुंचकर पीड़ितों के परिजनों से मौत की वजह जानने की कोशिश कर रही है. मानवाधिकार आयोग ये जानना चाहता है कि शराबबंदी वाले बिहार में चूक कैसे हुई और इतनी मौतों का जिम्मेदार कौन है?. बिहार के छपरा जहरीली शराबकांड (Chapra Hooch Tragedy) की जांच राष्ट्रीय मनवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission) की टीम ग्राउंड पर जाकर कर रही है. इसके पहले NHRC ने छपरा सदर अस्पताल में सिविल सर्जन से पूछताछ की थी, अब एनएचआरसी की टीम मशरक समेत प्रभावित इलाकों में पहुंचकर पीड़ितों के घर-घर दस्तक दे रही है. पीड़ित परिवारों से बिंदुवार सवाल पूछ रही है. बता दें कि छपरा के मढ़ौरा, मशरक, इशुआपुर में ज्यादा कैजुअलटी हुई थी.