समस्तीपुर: जिले में सोमवार को नाग पंचमी का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया. इस दौरान लोग सांपों के साथ खेलते दिखाई दिए. जिसमें छोटे-बड़े सभी उम्र के लोग शामिल थे. भक्त इस दिन नदी में जाकर तंत्र-मंत्र के जरिए विषैले सांपों को निकालते हैं और फिर इनकी पूजा कर दूध पिलाते हैं. फिर इन्हें छोड़ दिया जाता है.
कल तक जो लोग सांपों से डरते थे, वह नाग पंचमी के दिन सांपों के साथ खेलते नजर आ रहे हैं. लोगों का कहना है कि इस दिन सांप उन्हें काटता नहीं है. वह इसकी पूजा करते हैं.
नाग पंचमी पर लगता है विशेष मेला
लोगों का कहना है कि आम दिनों में सांप के साथ इस तरह पेश आना निश्चित तौर पर खतरनाक है. लेकिन, नाग पंचमी तो सांपों का दिन है. इसलिए वह आज के दिन नहीं काटता है. नाग पंचमी के दिन हजारों की संख्या में लोग जिले में लगे नाग पंचमी मेले को देखने दूर-दराज से आते हैं.
सावन माह के पांचवें दिन मनाते हैं नाग पंचमी
नागपंचमी मेला समस्तीपुर जिले के कई इलाकों में लगभग 300 साल पहले से लगता आ रहा है. गांव के बुजुर्ग का कहना है कि सावन माह के शुक्ल पक्ष के पंचमी को नागपंचमी मनाया जाता है. इस दिन नाग देवता या सर्प की पूजा की जाती है और उन्हें दूध से स्नान कराया जाता है. इस दिन लोग सांपों की पूजा करने के बाद उसे गले में लपेट कर खिलौने की तरह खेलते हैं. उसके बाद फिर इन सांपों को जंगल में छोड़ देते हैं. इसतरह नागपंचमी को यहां के लोग अनूठे अंदाज में मनाते हैं.