समस्तीपुर: जिले के पुलिस लाइन में महिला पुलिसकर्मियों ने पारण परेड किया. पुलिस लाइन में 15 महीने की ट्रेनिंग के बाद सीतामढ़ी सहरसा और सुपौल जिले की 289 महिला पुलिसकर्मियों ने रेल एडीजी पंकज दरार को सलामी दी. इस मौके पर कई अधिकारी मौजूद रहे.
जिले के पुलिस लाइन में पारण परेड में सभी प्रशिक्षु महिला सिपाहियों ने बेहतरीन परेड का प्रदर्शन किया. महिला प्रशिक्षु पुलिसकर्मियों ने फूल भी लगाएं. इस समारोह में शामिल सभी प्रशिक्षु महिला सिपाही अब आधिकारीक रूप से सिपाही बन गई. प्रशिक्षण के दौरान बेहतर प्रदर्शन करने वाली महिला सिपाहियों को पुरस्कृत भी किया गया.
'तकनीक में ट्रेंड होना जरूरी है'
इस दौरान आईजी पंकज दरार कहा कि आज विधि व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही खासकर महिला अपराध से जुड़े मामले को बखूबी निपटाने की जिम्मेदारी आप सब पर है. नक्सली आतंकी और साइबर अपराध को लगाम लगाने के लिए पुलिस विभाग को साइंटिफिक रूप से हाईटेक किया जा रहा है. इसलिए विधि व्यवस्था को संभालने के साथ खुद को कंप्यूटर, मोबाइल सहित हर तकनीक में ट्रेंड होना जरूरी है.
ये भी पढ़ें: मुजफ्फरपुर : DDC के बहन और बहनोई की दिनदहाड़े घर में घुसकर हत्या
'बेटा और बेटी कोई फर्क नहीं'
वहीं, महिला पुलिसकर्मियों ने बताया कि लोग बेटा और बेटी में फर्क समझते हैं. आज हम लोगों के पुलिस बल में शामिल होने से समाज में एक अच्छा संदेश गया है. बेटा और बेटी में कोई भी फर्क नहीं समझे.15 महीने की ट्रेनिंग के बाद हम सब अब अधिकारिक पुलिस जवान बन गए हैं. हम सब देश की सेवा करेंगे.