समस्तीपुर: प्रदेश के कई जिलो में बारीश और बाढ़ ने कहर बरपाया हुआ है. इसी कड़ी में समस्तीपुर जिले में भी इसका असर देखने को मिला है. कृषि विभाग को भेजी गई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि समस्तीपुर जिले की करीब 285 पंचायत बाढ़ग्रस्त है. विभागीय आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष जिले में लगी कुल खरीफ फसल में से 43 फीसदी का अबतक नुकसान हो चुका है और ये आंकड़ा आगे ओर बढ़ने की संभावना जताई जा रही है.
बाढ़ से जिले की 47000 एकड़ फसल बर्बाद
इस वर्ष समस्तीपुर जिले के किसानों पर बाढ़ ने कहर बरपाया है. कृषि विभाग को भेजी गयी एक रिपोर्ट के अनुसार जिले के करीब 285 पंचायतों में लगी करीब 47,000 एकड़ की फसल को बाढ़ग्रस्त घोषित किया गया है. वहीं, अबतक के आंकलन के अनुसार इस वर्ष जिले में 1 लाख 31 हजार 191 हेक्टेयर में खरीफ फसल लगाई गई थी, जिसमें से करीब 47,000 एकड़ में लगी फसल बाढ़ से प्रभावित हो चुकी है, वैसे नुकसान का दायरा और भी बढ़ने की संभावना है, क्योंकि अभी जिले की कई पंचायतों में जमे पानी के कारण वहां के नुकसान का आंकलन नहीं किया जा सका है.
कृषि विभाग करेगा किसानों के नुकासन की भरपाई
गौरतलब हो की बाढ़ से समस्तीपुर जिले का सिंघिया प्रखंड सबसे ज्यादा प्रभावित है. वंही, सरायरंजन, पटरी, मोहनपुर, कल्याणपुर, विथान आदि प्रखंड का हाल भी बेहाल है. वहीं, कृषि विभाग की वर्तमान अनुदान की गाइडलाइन के अनुसार प्रति हेक्टेयर सिंचित भूमि की फसल का 33 फीसदी से अधिक नुकसान पर 13,500 रुपये किसानों को अनुदान मिलेगा.