समस्तीपुर: लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के छोटे भाई रामचंद्र पासवान के निधन के बाद समस्तीपुर लोकसभा सीट खाली है. इस सीट के लिए 21 अक्टूबर को चुनाव की तारीख तय की गई है. एनएडीए की तरफ से इस सीट पर रामचंद्र पासवान के पुत्र प्रिंस राज को प्रत्याशी बनाए जाने की संभावना है.
प्रिंस राज की दावेदारी तय
बिहार में 5 विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव होने वाले हैं. लोकसभा की एकमात्र सीट समस्तीपुर है, जो रामचंद्र पासवान के निधन के बाद खाली हुई है. एनएडीए गठबंधन में यह सीट लोजपा के खाते में है. ऐसे में यह तय है कि इस सीट पर लोजपा के ही उम्मीदवार उतारे जाएंगे. लोजपा की तरफ से इस सीट के लिए रामचंद्र पासवान के पुत्र प्रिंस राज की दावेदारी तय मानी जा रही है. वहीं, सोमवार को प्रिंस राज जिले में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे. जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
![समस्तीपुर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-sam-01-nda-sammelan-vis-byte-bh10021_23092019165141_2309f_1569237701_268.jpg)
'पिता के सपनों को पूरा करूंगा'
इस मौके पर प्रिंस राज ने कहा कि उनके पिता चार बार समस्तीपुर के सांसद रहे हैं. उन्होंने कहा कि मेरे पिता ने पिछले चुनाव में रिकॉर्ड ढाई लाख से ज्यादा मतों से जीत हासिल की. उनका सपना था कि समस्तीपुर की जनता के पास किसी तरह की समस्या नहीं रहे. लेकिन दुर्भाग्यवश उनका निधन हो गया. प्रिंस राज ने कहा कि अगर उन्हें इस बार चुनाव लड़ने का मौका मिलता है तो वे अपने पिता के सपने को पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि इस सीट के लिए प्रत्याशी के नाम का ऐलान सोमवार को दिल्ली में होने वाला है. बता दें कि इस सीट पर उम्मीदवार का नाम एनडीए के संसदीय बोर्ड की बैठक नहीं हो पाया था.
![समस्तीपुर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-sam-01-nda-sammelan-vis-byte-bh10021_23092019165141_2309f_1569237701_103.jpg)
एनडीए एक मजबूत गठबंधन
जिले में आयोजित एनडीए का कार्यकर्ता सम्मेलन नगर भवन में संपन्न हुआ. इस कार्यक्रम में पूरे जिले के एनडीए कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. समारोह में जेडीयू के राजसभा सांसद रामनाथ ठाकुर, बीजेपी के जिलाध्यक्ष राम सुमन सिंह भी शामिल हुए. वहीं, जदयू के राजसभा सांसद रामनाथ ठाकुर ने कहा कि एनडीए गठबंधन एक मजबूत गठबंधन है. प्रिंस राज को यहां से प्रत्याशी बनाया जाना है. एनडीए के सभी पदाधिकारी इनके जीत को सुनिश्चित करने के लिए घर-घर जाकर वोट मांगेंगे.