समस्तीपुर: जिला के रोसरा प्रखंड क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान अन्य प्रदेश से लौटकर आए प्रवासी मजदूरों से मनरेगा योजना के तहत कई माह पूर्व काम कराया गया. इन मजदूरों को काम का भुगतान अब तक नहीं किया गया, जिससे नाराज मजदूरों ने प्रखंड मुख्यालय पर प्रदर्शन किया है.
मजदूरों को नहीं किया भुगतान
लॉकडाउन के दौरान अन्य प्रदेश से लौट कर आए प्रवासी मजदूरों से मनरेगा योजना के तहत कुछ माह पूर्व काम कराया गया था. वहीं कई महीने बाद भी मजदूरी न मिलने से मजदूरों में आक्रोश व्याप्त है. प्रदर्शन कर रहे मजदूरों ने कहा कि लॉकडाउन के कारण प्रदेश से वापस घर आए और यहां काम नहीं मिल पाने के कारण भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं. बिहार सरकार प्रवासी मजदूरों को काम देने की बात कह रही है, लेकिन हालात यह है कि महीनों पहले कई गांवों में मनरेगा योजना के तहत कार्य कराए गए, जिसका मजदूरों को अब तक भुगतान नहीं किया गया है.
मजदूरों ने की नारेबाजी
खेतिहर मजदूर यूनियन संघ के बैनर तले सभी मनरेगा मजदूरों ने शहर के विभिन्न चौक-चौराहे होते हुए रोसरा प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मजदूर संघ के पांच सदस्य प्रतिनिधि अपनी 5 सूत्री मांग को लेकर अधिकारी से मिलकर ज्ञापन सौंपा है. इसके साथ ही एक सप्ताह के अंदर मनरेगा मजदूरों के भुगतान की मांग की है.
समस्तीपुर: मनरेगा मजदूरों ने दिया धरना, कई महीनों बाद भी नहीं हुआ भुगतान - समस्तीपुर समाचार
जिले में कुछ महीनों पहले मनरेगा के तहत प्रवासी मजदूरों से काम कराया गया था. इन प्रवासी मजदूरों को काम का भुगतान अभी तक नहीं किया गया. वहीं इन प्रवासी मजदूरों ने अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
समस्तीपुर: जिला के रोसरा प्रखंड क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान अन्य प्रदेश से लौटकर आए प्रवासी मजदूरों से मनरेगा योजना के तहत कई माह पूर्व काम कराया गया. इन मजदूरों को काम का भुगतान अब तक नहीं किया गया, जिससे नाराज मजदूरों ने प्रखंड मुख्यालय पर प्रदर्शन किया है.
मजदूरों को नहीं किया भुगतान
लॉकडाउन के दौरान अन्य प्रदेश से लौट कर आए प्रवासी मजदूरों से मनरेगा योजना के तहत कुछ माह पूर्व काम कराया गया था. वहीं कई महीने बाद भी मजदूरी न मिलने से मजदूरों में आक्रोश व्याप्त है. प्रदर्शन कर रहे मजदूरों ने कहा कि लॉकडाउन के कारण प्रदेश से वापस घर आए और यहां काम नहीं मिल पाने के कारण भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं. बिहार सरकार प्रवासी मजदूरों को काम देने की बात कह रही है, लेकिन हालात यह है कि महीनों पहले कई गांवों में मनरेगा योजना के तहत कार्य कराए गए, जिसका मजदूरों को अब तक भुगतान नहीं किया गया है.
मजदूरों ने की नारेबाजी
खेतिहर मजदूर यूनियन संघ के बैनर तले सभी मनरेगा मजदूरों ने शहर के विभिन्न चौक-चौराहे होते हुए रोसरा प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मजदूर संघ के पांच सदस्य प्रतिनिधि अपनी 5 सूत्री मांग को लेकर अधिकारी से मिलकर ज्ञापन सौंपा है. इसके साथ ही एक सप्ताह के अंदर मनरेगा मजदूरों के भुगतान की मांग की है.