समस्तीपुर: अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर जहां देश में हर्ष है. वहीं राम के नाम पर सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच जुबानी जंग छिड़ी है. दरअसल, वक्त चुनावी है तो आस्था भी सियासत के केंद्र में है. कुछ इसी का साइड इफेक्ट बिहार में भी दिख रहा है. खासतौर पर राजद इस मुद्दे को लेकर अलग टोन में है. सूबे के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी एक जनसभा में यह सवाल उठाया कि 'अगर आपका पैर कट जाए, आप बीमार हो जाएं तो कहां जाएंगे, मंदिर या अस्पताल'.
अस्पताल को लेकर सियासत : सूबे के उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री के इस सियासी बयान का जिले में मुहर लगने की उम्मीद है. दरअसल, जिले में श्री राम जानकी के जमीन पर नवनिर्मित आधुनिक मेडिकल कॉलेज व अस्पताल बनकर तैयार है. वैसे इसके उद्घाटन को लेकर अब तक ऑफिशियल तारीख की घोषणा नहीं की गई है. लेकिन जो सूत्र बता रहे हैं उसके अनुसार 22 जनवरी को ही इसका वक्त मुकरर्र किया गया है. सूत्रों की माने तो तय वक्त के अंदर अस्पताल का काम पूरा हो, इसको लेकर संबंधित महकमा युद्ध स्तर पर अपने काम में लगा है.
सियासी बयानबाजी तेज : बहरहाल, इस तारीख को लेकर सियासी सवाल उठना लाजिमी है. बीजेपी प्रवक्ता मुकेश सिंह ने इस मामले पर डिप्टी सीएम के मंशा पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि "जब ये पूर्व में नीतीश कुमार के साथ सत्ता में थे, तो जिले में बनने वाले इस अस्पताल को वे अपने क्षेत्र में ले जाना चाहते थे. वैसे उस वक्त केंद्रीय गृह राज्य मंत्री व यहां के सांसद नित्यानंद राय के प्रयास से यह अस्पताल जिले में बना." समस्तीपुर के सरायरंजन में 500 बेड के अस्पताल का उद्घाटन होना है.
श्याम रजक ने क्या कहा? : क्या राम लाल प्राण प्रतिष्ठा के दिन इस राम जानकी अस्पताल के उद्घाटन के जरिए राजद कोई सियासी श्रेय लेने की तैयारी में है. इस सवाल पर राजद के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा कि "राम में हमारी आस्था है, ये हमलोगों के लिए सेवा है, लेकिन यह किसी के लिए व्यापार है".
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