समस्तीपुर: छात्रसंघ चुनाव के मद्देनजर जिले में मिथिला यूनिवर्सिटी के करीब 12 अंगीभूत कॉलेजों में छात्र राजनीति पूरी तरह गर्म हो गई है. आलम ये है कि सभी छात्र संगठन अपनी-अपनी जीत को लेकर पूरा दम लगा रहे हैं. बता दें कि छात्रसंघ चुनाव में बड़े सियासी दलों के छात्र संगठन सरकार के एजेंडे के जरिए छात्रों पर प्रभाव डालने में जुटे हैं.
सियासी दलों से बचने की अपील
गौरतलब है कि छात्र संगठनों का मकसद कॉलेज परिसर की समस्याओं से ज्यादा छात्रों को दल विशेष के प्रति गोलबंद करना है. यही वजह है कि जेडीयू, बीजेपी और आरजेडी सभी सियासी दल छात्रसंघ चुनाव के जरिए अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव की फिल्डिंग कर रहे हैं. वहीं, इस संबंध में छात्र नेताओं का भी मानना है कि छात्रसंघ चुनाव सियासत की पहली सीढ़ी है. साथ ही बहुत से छात्र नेता ऐसे भी हैं जो सियासी दलों के प्रभाव से छात्रों को बचने की अपील कर रहे हैं.
हजारों छात्र चुनाव में हैं सक्रिय
गौरतलब है कि मौजूदा छात्रसंघ चुनाव में करीब 33 हजार से ज्यादा छात्र मतदाता हैं. साथ ही कॉलेजों में भी कई हजार छात्र चुनाव में सक्रिय हैं. बता दें कि 2020 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सभी सियासी दल छात्रसंघ चुनाव के माध्यम से युवाओं पर बेहतर प्रभाव बनाने में जुटे हैं.