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विदा हो रहा साल 2019, लोकतंत्र के महापर्व में ऐतिहासिक पलों का गवाह रहा समस्तीपुर - मोबाइल एप

विदा ले रहा साल जिले के लिए काफी ऐतिहासिक पल रहा था. ऐसा देश में पहली बार था, जब चुनाव में मतदाताओं को ध्यान में रखकर एक सामान्य मोबाइल एप बनाया गया था और इसका इस्तेमाल प्रयोगिक तौर जिलें में किया गया था.

विदा हो रहा साल 2019
विदा हो रहा साल 2019
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Published : Dec 31, 2019, 5:25 PM IST

समस्तीपुर: खुश‍ियों, उमंगों और नई आशाओं के साथ पूरा देश नए साल 2020 का स्वागत करने को तैयार है. ऐसे में लोग विदा हो रहे साल 2019 की कई खट्टी-मीठी यादों को अपनों के साथ साझा कर रहें है.

इस साल को लेकर जिले के प्रबुद्ध लोग बताते है कि विदा ले रहे साल में कई बड़े राजनीतिक उलटफेर देखने को मिले. यह साल लोकतंत्र के महापर्व में हुए बड़े प्रयोगों के लिए हमेशा याद किया जायेगा.

मोबाइल एप पर अपने नाम का सर्च करते मतदाता ( फाइल फोटो )
मोबाइल एप पर अपने नाम का सर्च करते मतदाता ( फाइल फोटो )

'बूथ हेल्पलाइन एप का हुआ था उपयोग'
विदा ले रहा साल जिले के लिए काफी ऐतिहासिक पल रहा था. दरअसल, चुनाव आयोग ने समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा चुनाव में बुथ संख्या-269 में पहली बार बूथ हेल्पलाइन एप का प्रयोग किया था. ऐसा देश में पहली बार था, जब चुनाव में मतदाताओं को ध्यान में रखकर एक सामान्य मोबाइल एप बनाया गया था. चुनाव आयोग समेत पूरे देश की नजरें समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र में हो रहे चुनाव पर थी.

पेश है एक खास रिपोर्ट

'वोटर सर्च का था विकल्प'
अपनी यादों को साझा करते मतदाता विरेन्द्र चौधरी, रामबालक झा, मिथिला बिहारी सिंह बताते है कि देश में पहली बार मतदाता एप का जिले में उपयोग हुआ था. यह जिले के लिए काफी गर्व का पल था. इस एप में चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर मतदाताओं की सुविधा के लिए वोटर सर्च का विकल्प भी उपलब्ध करा दिया था. जिस वजह से मतदाता अपनी डिटेल्स आसानी से खोज सकते थे. इस एप में दिव्यांग मतदाताओं के लिए दिव्यांग रजिस्ट्रेशन, व्हीलचेयर आवेदन समेत कई मूलभूत सुविधाएं थी.

मोबाइल एप से हो रहे चुनाव में जांच करते अधिकारी ( फाइल फोटो )
मोबाइल एप से हो रहे चुनाव में जांच करते अधिकारी ( फाइल फोटो )

'जिले में हुआ था सफल उपयोग'
विदा ले रहे साल 2019 के चुनाव में उपयोग में लाए गए एप को को लेकर जिले के उपनिर्वाचन अधिकारी देवब्रत मिश्र ने बताया कि इस एप के पहली बार जिले में उपयोग को लकेर पूरा जिला प्रशासन ने मिलकर काम किया था. जिस वजह से इसका सफल प्रयोग संभव हुआ था. बूथ हेल्पलाइन एप के इस्तेमाल से भविष्य के चुनाव में बेहतर परिणाम आएंगे.

एप के माध्यम से मतदान कर वापस लौटे मतदाता ( फाइल फोटो)
एप के माध्यम से मतदान कर वापस लौटे मतदाता ( फाइल फोटो)

प्लेस्टोर से किया जा सकता है डाउनलोड
गौरतलब है कि वोटरों की सुविधा के मद्देनजर बने इस एप को किसी मोबाइल एप्लीकेशन लांच किया जा सकता है. इसे प्लेस्टोर से डाउनलोड करना काफी आसान है. इस एप के जरिये मतदाता एक ही स्थान से निर्वाचन आयोग की वेबसाइट, स्वीप, एनवीएसपी, मतदाता सर्च और शिकायत पोर्टल का उपयोग कर सकते हैं.

समस्तीपुर: खुश‍ियों, उमंगों और नई आशाओं के साथ पूरा देश नए साल 2020 का स्वागत करने को तैयार है. ऐसे में लोग विदा हो रहे साल 2019 की कई खट्टी-मीठी यादों को अपनों के साथ साझा कर रहें है.

इस साल को लेकर जिले के प्रबुद्ध लोग बताते है कि विदा ले रहे साल में कई बड़े राजनीतिक उलटफेर देखने को मिले. यह साल लोकतंत्र के महापर्व में हुए बड़े प्रयोगों के लिए हमेशा याद किया जायेगा.

मोबाइल एप पर अपने नाम का सर्च करते मतदाता ( फाइल फोटो )
मोबाइल एप पर अपने नाम का सर्च करते मतदाता ( फाइल फोटो )

'बूथ हेल्पलाइन एप का हुआ था उपयोग'
विदा ले रहा साल जिले के लिए काफी ऐतिहासिक पल रहा था. दरअसल, चुनाव आयोग ने समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा चुनाव में बुथ संख्या-269 में पहली बार बूथ हेल्पलाइन एप का प्रयोग किया था. ऐसा देश में पहली बार था, जब चुनाव में मतदाताओं को ध्यान में रखकर एक सामान्य मोबाइल एप बनाया गया था. चुनाव आयोग समेत पूरे देश की नजरें समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र में हो रहे चुनाव पर थी.

पेश है एक खास रिपोर्ट

'वोटर सर्च का था विकल्प'
अपनी यादों को साझा करते मतदाता विरेन्द्र चौधरी, रामबालक झा, मिथिला बिहारी सिंह बताते है कि देश में पहली बार मतदाता एप का जिले में उपयोग हुआ था. यह जिले के लिए काफी गर्व का पल था. इस एप में चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर मतदाताओं की सुविधा के लिए वोटर सर्च का विकल्प भी उपलब्ध करा दिया था. जिस वजह से मतदाता अपनी डिटेल्स आसानी से खोज सकते थे. इस एप में दिव्यांग मतदाताओं के लिए दिव्यांग रजिस्ट्रेशन, व्हीलचेयर आवेदन समेत कई मूलभूत सुविधाएं थी.

मोबाइल एप से हो रहे चुनाव में जांच करते अधिकारी ( फाइल फोटो )
मोबाइल एप से हो रहे चुनाव में जांच करते अधिकारी ( फाइल फोटो )

'जिले में हुआ था सफल उपयोग'
विदा ले रहे साल 2019 के चुनाव में उपयोग में लाए गए एप को को लेकर जिले के उपनिर्वाचन अधिकारी देवब्रत मिश्र ने बताया कि इस एप के पहली बार जिले में उपयोग को लकेर पूरा जिला प्रशासन ने मिलकर काम किया था. जिस वजह से इसका सफल प्रयोग संभव हुआ था. बूथ हेल्पलाइन एप के इस्तेमाल से भविष्य के चुनाव में बेहतर परिणाम आएंगे.

एप के माध्यम से मतदान कर वापस लौटे मतदाता ( फाइल फोटो)
एप के माध्यम से मतदान कर वापस लौटे मतदाता ( फाइल फोटो)

प्लेस्टोर से किया जा सकता है डाउनलोड
गौरतलब है कि वोटरों की सुविधा के मद्देनजर बने इस एप को किसी मोबाइल एप्लीकेशन लांच किया जा सकता है. इसे प्लेस्टोर से डाउनलोड करना काफी आसान है. इस एप के जरिये मतदाता एक ही स्थान से निर्वाचन आयोग की वेबसाइट, स्वीप, एनवीएसपी, मतदाता सर्च और शिकायत पोर्टल का उपयोग कर सकते हैं.

Intro:विदा लेता वर्ष कई बड़े प्रयोगों के लिए हमेशा याद किया जायेगा । दरअसल इस साल लोकतंत्र के महापर्व से जुड़े एक खास तकनीक , बूथ हेल्पलाइन एप्प का ईजाद हुआ । यही नही इसका देश में पहली बार समस्तीपुर सुरक्षित लोकसभा उपचुनाव के दौरान इस्तेमाल भी किया गया । दरअसल यह एप्प मतदाताओं को सुविधा देने व वोगस वोटिंग रोकने में सहायक है ।


Body:बूथ हेल्पलाइन एप्प , लोकतंत्र के महापर्व के दौरान मतदाताओं को बेहतर सुविधा व चुनाव निष्पक्ष कराने के मकसद से चुनाव आयोग ने एक खास एप्प । यही नही इस वर्ष हुए समस्तीपुर लोकसभा उपचुनाव के दौरान इस तकनीक का इस्तेमाल यंहा पहली बार पायलट प्रोजेक्ट के तहत हुआ । इस एप्प का खासियत यह है की , इसके इस्तेमाल से जंहा वोटरों को काफी सुविधा मिलता है वंही मतदानकर्मियों को भी खाफी सहूलियत । वैसे इस उपचुनाव में यह सिर्फ इस लोकसभा के , समस्तीपुर विधानसभा के सभी 269 मतदान केंद्रों पर किया गया । इस एप्प को लेकर वोटरों को क्यूआरटी युक्त खास पर्ची दिया गया था । जिसे इस एप्प से स्केन करते ही वोटर से जुड़ी सभी जानकारी उपलब्ध हो जाया करता था , जिससे मतदाता जल्द व आसानी से अपना वोट कास्ट कर पाते थे । बाईट - विरेन्द्र चौधरी , रामबालक झा , मिथिला बिहारी सिंह - वोटर , समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र । वीओ - यही नही इस बूथ हेल्पलाइन एप्प के जरिये वोगस वोटिंग से जुड़ी जानकारी भी निर्वाचन अधिकारी को तुरंत उपलब्ध संभव था । साथ ही इस एप्प के जरिये मतदान केंद्र से किसी विषम हालात की जानकारी से सीधे जुड़ सकता है निर्वाचन आयोग का मुख्य कंट्रोल रूम । बहरहाल इस वर्ष आयोग के इस खास एप्प के इस्तेमाल का पहली बार गवाह बना यह जिला । वैसे इस एप्प को लेकर जिले के उप-निर्वाचन पदाधिकारी ने जानकारी देते हुए की , भारत निर्वाचन आयोग के इस एप्प का जिले ने वखूबी इस्तेमाल किया । वंही इस बूथ हेल्पलाइन एप्प का भविष्य के चुनाव में बेहतर परिणाम होंगे । बाईट - देवब्रत मिश्र , उप निर्वाचन पदाधिकारी , समस्तीपुर ।


Conclusion:गौरतलब है की , वैसे यह वर्ष कई बड़े बदलावों के लिए याद किया जायेगा । जिसमे बूथ हेल्पलाइन एप्प का इस्तेमाल सही मायनों में इस लोकतंत्र में मिल का पत्थर साबित होने वाला है । क्लोजिंग पीटीसी ।
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