समस्तीपुर: खुशियों, उमंगों और नई आशाओं के साथ पूरा देश नए साल 2020 का स्वागत करने को तैयार है. ऐसे में लोग विदा हो रहे साल 2019 की कई खट्टी-मीठी यादों को अपनों के साथ साझा कर रहें है.
इस साल को लेकर जिले के प्रबुद्ध लोग बताते है कि विदा ले रहे साल में कई बड़े राजनीतिक उलटफेर देखने को मिले. यह साल लोकतंत्र के महापर्व में हुए बड़े प्रयोगों के लिए हमेशा याद किया जायेगा.
'बूथ हेल्पलाइन एप का हुआ था उपयोग'
विदा ले रहा साल जिले के लिए काफी ऐतिहासिक पल रहा था. दरअसल, चुनाव आयोग ने समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा चुनाव में बुथ संख्या-269 में पहली बार बूथ हेल्पलाइन एप का प्रयोग किया था. ऐसा देश में पहली बार था, जब चुनाव में मतदाताओं को ध्यान में रखकर एक सामान्य मोबाइल एप बनाया गया था. चुनाव आयोग समेत पूरे देश की नजरें समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र में हो रहे चुनाव पर थी.
'वोटर सर्च का था विकल्प'
अपनी यादों को साझा करते मतदाता विरेन्द्र चौधरी, रामबालक झा, मिथिला बिहारी सिंह बताते है कि देश में पहली बार मतदाता एप का जिले में उपयोग हुआ था. यह जिले के लिए काफी गर्व का पल था. इस एप में चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर मतदाताओं की सुविधा के लिए वोटर सर्च का विकल्प भी उपलब्ध करा दिया था. जिस वजह से मतदाता अपनी डिटेल्स आसानी से खोज सकते थे. इस एप में दिव्यांग मतदाताओं के लिए दिव्यांग रजिस्ट्रेशन, व्हीलचेयर आवेदन समेत कई मूलभूत सुविधाएं थी.
'जिले में हुआ था सफल उपयोग'
विदा ले रहे साल 2019 के चुनाव में उपयोग में लाए गए एप को को लेकर जिले के उपनिर्वाचन अधिकारी देवब्रत मिश्र ने बताया कि इस एप के पहली बार जिले में उपयोग को लकेर पूरा जिला प्रशासन ने मिलकर काम किया था. जिस वजह से इसका सफल प्रयोग संभव हुआ था. बूथ हेल्पलाइन एप के इस्तेमाल से भविष्य के चुनाव में बेहतर परिणाम आएंगे.
प्लेस्टोर से किया जा सकता है डाउनलोड
गौरतलब है कि वोटरों की सुविधा के मद्देनजर बने इस एप को किसी मोबाइल एप्लीकेशन लांच किया जा सकता है. इसे प्लेस्टोर से डाउनलोड करना काफी आसान है. इस एप के जरिये मतदाता एक ही स्थान से निर्वाचन आयोग की वेबसाइट, स्वीप, एनवीएसपी, मतदाता सर्च और शिकायत पोर्टल का उपयोग कर सकते हैं.