समस्तीपुर: नेपाल के तराई इलाकों से लेकर जिले में हो रही भारी बारिश के कारण जिले के कई प्रखंडो में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. जिले में सबसे ज्यादा डर बागमती और गंडक नदी से है. इन नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. वहीं संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन अपनी तैयारियों में जुटा है.
कोरोना संकट और भारी बारिश के बीच अब जिले में बाढ़ का खतरा करीब आता दिख रहा है. जिले से गुजरने वाली बागमती और गंडक नदी धीरे धीरे अपने रौद्र रूप में आती दिख रही है. भारी बारिश के कारण इन नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. जिला आपदा कंट्रोल रूम के अनुसार अगर नेपाल में इसी अनुरूप बारिश होती रही तो जिले के सात प्रखंड के करीब 15 पंचायत पूरी तरह बाढ़ के चपेट में आ जाएंगे. यही नहीं इन नदियों से सटे करीब 35 पंचायतों में भी इसका आंशिक असर दिख सकता है.
तैयारियों में जुटा जिला प्रशासन
वहीं संभावित बाढ़ से प्रभावित होने वाले कल्याणपुर, बिथान, सिंघिया, हसनपुर, मोहनपुर, विद्यापतिनगर, मोहद्दीनगर और पटोरी प्रखंड में जिला प्रशासन इस आपदा से निपटने की तैयारी में जुटा है. इन जगहों पर राहत कैम्प, शरण स्थल, स्वास्थ्य शिविर, कम्यूनिटी किचेन, पशु आश्रय स्थल आदि को लेकर सम्बंधित बीडीओ को जरूरी तैयारी करने का निर्देश दिया गया है.
भारी बारिश की आशंका
बता दें कि मौसम पूर्वानुमान के अनुसार नेपाल के तराई इलाको में अगले एक दो दिनों के अंदर करीब 500 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश होने की संभावना है. बहरहाल अगर मौसम का मिजाज ऐसा ही रह तो जिले में बाढ़ दस्तक दे सकती है.