समस्तीपुर: बिहार के कई जिलों में बाढ़ से हाहाकार मचा है. मैदान से लेकर पहाड़ तक हर तरफ सैलाब बर्बादी बनकर बह रहा है. कहीं गाड़ियां लहरों की भेंट चढ़ रही है, तो कहीं घर पानी में डूब रहा है. समस्तीपुर के शिवाजी नगर प्रखंड की स्थिति भी ऐसी ही है. जिले से 50 किलोमीटर दूर जाकर धर्मपुर पंचायत के वार्ड नंबर-1 के निवासी बाढ़ का दंश झेल रहे हैं.
बाढ़ का कहर जारी
जिले से होकर बहने वाली बागमती, गंडक, कमला और कोसी उफान पर है. शिवाजी नगर प्रखंड में करेह नदी भी अपने उफान पर है. चारों ओर तबाही का मंजर है. लोगों के घरों में पानी घुस गया है. कई पंचायत के लोग अपने घरों को छोड़कर ऊंचे स्थान पर शरण लिए हुए हैं. वहीं, धर्मपुर पंचायत के वार्ड नंबर-1 के तकरीबन 1500 लोग सरकारी व्यवस्था के मोहताज हैं.
सरकारी सुविधाओं से हैं महरूम
सभी लोग बाढ़ से घिरे हुए हैं. इस कारण ये घर खाली नहीं कर पा रहे हैं. नाव के सहारे लोग अपनी जिंदगी चला रहे हैं. प्रतिदिन 20 रूपये देकर प्राइवेट नाव के सहारे बाढ़ पीड़ित आवागमन कर रहे हैं. सरकार की तरफ से इन्हें नाव की सुविधा नहीं दी गई है. वहीं, यदि रात में किसी की तबीयत खराब हो जाए तो उसे सुरक्षित अस्पताल भी नहीं पहुंचाया जा सकता है. सुविधा के अभाव में मरीज की जान जा सकती है.
प्रशासन से कोई मदद नहीं
बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि रहने के लिए सरकारी स्तर पर कोई व्यवस्था नहीं की गई है. इस कारण हम घर खाली नहीं कर पा रहे हैं. यदि प्रशासन की ओर से बांध पर रहने के लिए व्यवस्था कर दी जाती है तो हम घर को खाली कर सुरक्षित स्थान पर रह सकते हैं. लेकिन अभी तक कोई व्यवस्था ही नहीं की गई है. अगर जलस्तर और बढ़ा तो जान को खतरा हो सकता है.