समस्तीपुर: जिले में खरीफ फसल को लेकर किसानों को मिलने वाले करोड़ों रुपये के अनुदान का कोई फायदा नहीं मिल रहा है. पानी की कमी के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं. किसान अपनी फसल के पीछे सरकारी अनुदान के साथ-साथ अपनी पूंजी भी लगा रहे हैं, मगर उनके हाथ केवल निराशा ही लग रही है.
नहीं मिल रहा सरकारी अनुदान का फायदा
सरकार खरीफ फसल के बीज और पटवन को लेकर मोटी रकम खर्च कर रही है. यही नहीं फसल की पैदावार बढ़ाने को लेकर किसानों के लिए जिले से पंचायत तक खरीफ महोत्सव और बड़े-बड़े कार्यशाला भी आयोजित किए जा रहे हैं. लेकिन पानी की कमी के कारण इस पूरे अनुदान राशि का फायदा किसानों को नहीं मिल पा रहा है.
वैकल्पिक खेती पर विचार
बारिश के अभाव में किसानों की फसलें खराब हो रही हैं. आलम ऐसा है कि अपनी पूंजी लगाने के बाद भी किसानों को उचित लाभ नहीं मिल रहा है. इस कारण किसानों को दो वक्त की रोटी जुटाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. ऐसी स्थिति में किसान अब वैकल्पिक खेती पर विचार कर रहे हैं.
पूसा एग्रीकल्चर कर रहा प्रयास
जिला कृषि पदाधिकारी के अनुसार, अब जरूरी हो गया है कि किसानों को वैकल्पिक खेती का रास्ता सुझाया जाए ताकि उनकी फसलें बर्बाद न हो. उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था को अपनाने के लिए पूसा एग्रीकल्चर अपने प्रयासों में जुट गया है. जिससे किसानों को थोड़ी राहत मिल सके.