समस्तीपुर: बिहार विधानसभा चुनाव के गहमागहमी के बीच समस्तीपुर में एनडीए गठबंधन के अंदर ऑल इस वेल नहीं है. चुनावी दंगल के बीच जिले में बीजेपी कई कुनबों में बंटता दिख रहा है. दरअसल इसके पीछे की वजह मुख्य रूप से एनडीए के अंदर हुए सीटों का बंटवारा है. गौरतलब है कि जिले के दस में से सात सीट जदयू के खाते में जाने से बीजेपी के कई दिग्गजों का पूरा सियासी समीकरण हासिए पर आ गया है.
कई नेता निराश
उम्मीद इस बात की थी कि शहरी समस्तीपुर विधानसभा सीट समेत कुल चार सीट बीजेपी के पास और छह सीट जदयू को दी जाएगी. समस्तीपुर सीट को लेकर तो पूर्व जिला अध्यक्ष समेत, बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी से जुड़े कई बड़े नेता वर्षों से यहां अपनी सियासी जमीन मजबूत करने में जुटे थे. वैसे सीट बंटवारे के बाद इनके मंसूबों पर पूरी तरह पानी फिर गया. वहीं अपने ही गठबंधन के खिलाफ बीजेपी के अंदर गोलबंदी शुरू है. इस मामले पर बीजेपी के जिलाध्यक्ष ने कहा कि पार्टी के अंदर सीटों को लेकर कुछ मायूसी है, लेकिन वे एक साथ जिले में विरोधियों का मुकाबला करेंगे.
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लोजपा उत्साहित
वैसे बीजेपी के जिलाध्यक्ष इस सीट बंटवारे के बाद उपजे दरार को भले पाटने की बात कह रहे हों, लेकिन सीटों के ऐलान के बाद से ही पार्टी कार्यालय से ज्यादा जिला बीजेपी के नेता अलग-अलग गोलबंद हो रहे हैं. वैसे एनडीए में समस्तीपुर विधानसभा सीट पर जारी जंग को देखते हुए लोजपा खासा उत्साहित है. पूर्व विधायक विश्वनाथ पासवान ने कहा कि जिले में जहां-जहां जदयू है, वहां लोजपा के उम्मीदवार कड़ी टक्कर देने जा रहे हैं. समस्तीपुर सीट का जंग निर्णायक होगा.