ETV Bharat / state

सड़क किनारे खुले खाने के स्टॉलों पर नही पंहुच रहे ग्राहक, सभी को कोरोना का सता रहा डर - Shopkeeper

कोरोना संक्रमण के डर से सड़क किनारे लगने वाले खाने पीने के स्टॉल का स्वाद फीका पड़ गया है. दरअसल, अभी भी लोग कोरोना के डर से बाजार में कुछ खाने-पीने से कतरा रहे है, जिस कारण दुकानदार काफी परेशान है. वहीं, उन्हें चिंता इस बात की सता रही है की अगर ऐसा ही हाल रहा तो आखिर वह अपना परिवार कैसे चलायेंगे.

Samastipur
कोरोना के डर से खाने-पीने के स्टॉलों पर जाने से कतरा रहे है लोग
author img

By

Published : Sep 17, 2020, 6:37 PM IST

समस्तीपुर: कोरोना संकट ने जंहा लोगों के जीने का तरीका बदल दिया है. वहीं, धीरे-धीरे रोजगार के भी सभी राह बंद होते जा रहे, कुछ ऐसा ही हाल सड़क किनारे लगने वाले खाने-पीने के ठेले खोमचे के स्टॉल वालों का भी है. दरअसल, बीते कई महीनों के लॉकडाउन व संक्रमण के डर के बाद धीरे-धीरे समस्तीपुर जिले की प्रमुख सड़को व चौक-चौराहों पर कई तरह के खाने-पीने के स्टॉल खुले जरूर है, लेकिन उन पर पहले की तरह ग्राहकों का जमावड़ा नहीं है.

कोरोना के डर से खाने-पीने के स्टॉलों पर जाने से कतरा रहे हैं लोग

बता दें कि कोरोना संक्रमण के डर से सड़क किनारे लगने वाले खाने पीने के स्टॉल का स्वाद फीका पड़ गया है. दरअसल, अभी भी लोग कोरोना के डर से बाजार में कुछ खाने-पीने से कतरा रहे है, जिस कारण दुकानदार काफी परेशान हैं. वहीं, उन्हें चिंता इस बात की सता रही है कि अगर ऐसा ही हाल रहा तो आखिर वह अपना परिवार कैसे चलायेंगे. बता दें, कोरोना के साइड इफेक्ट से सिर्फ फूटपाथ पर लगने वाले खाने पीने की दुकान ही प्रभावित नही हुई अन्य होटलों का भी हाल कुछ ऐसा ही है. साफ सफाई व सैनिटाइजर आदि के बावजूद भी ग्राहक होटलों में आने से कतरा रहे हैं.

Samastipur
कोरोना के डर से खाने-पीने के स्टॉलों पर जाने से कतरा रहे हैं लोग

स्टॉल लगाने वाले दुकानदार हैं परेशान

बहरहाल, अगर यही हाल रहा तो बड़ी संख्या में ऐसे लोग सड़क पर आ जायेंगे, जो कभी इसी सड़क के किनारे खाने पीने के स्टॉल के जरिये अपना परिवार चला रहे थे. वैसे जिस तरह का जिले में कोरोना संक्रमण का हाल है, उससे ग्राहकों का डरना लाजमी भी है.

समस्तीपुर: कोरोना संकट ने जंहा लोगों के जीने का तरीका बदल दिया है. वहीं, धीरे-धीरे रोजगार के भी सभी राह बंद होते जा रहे, कुछ ऐसा ही हाल सड़क किनारे लगने वाले खाने-पीने के ठेले खोमचे के स्टॉल वालों का भी है. दरअसल, बीते कई महीनों के लॉकडाउन व संक्रमण के डर के बाद धीरे-धीरे समस्तीपुर जिले की प्रमुख सड़को व चौक-चौराहों पर कई तरह के खाने-पीने के स्टॉल खुले जरूर है, लेकिन उन पर पहले की तरह ग्राहकों का जमावड़ा नहीं है.

कोरोना के डर से खाने-पीने के स्टॉलों पर जाने से कतरा रहे हैं लोग

बता दें कि कोरोना संक्रमण के डर से सड़क किनारे लगने वाले खाने पीने के स्टॉल का स्वाद फीका पड़ गया है. दरअसल, अभी भी लोग कोरोना के डर से बाजार में कुछ खाने-पीने से कतरा रहे है, जिस कारण दुकानदार काफी परेशान हैं. वहीं, उन्हें चिंता इस बात की सता रही है कि अगर ऐसा ही हाल रहा तो आखिर वह अपना परिवार कैसे चलायेंगे. बता दें, कोरोना के साइड इफेक्ट से सिर्फ फूटपाथ पर लगने वाले खाने पीने की दुकान ही प्रभावित नही हुई अन्य होटलों का भी हाल कुछ ऐसा ही है. साफ सफाई व सैनिटाइजर आदि के बावजूद भी ग्राहक होटलों में आने से कतरा रहे हैं.

Samastipur
कोरोना के डर से खाने-पीने के स्टॉलों पर जाने से कतरा रहे हैं लोग

स्टॉल लगाने वाले दुकानदार हैं परेशान

बहरहाल, अगर यही हाल रहा तो बड़ी संख्या में ऐसे लोग सड़क पर आ जायेंगे, जो कभी इसी सड़क के किनारे खाने पीने के स्टॉल के जरिये अपना परिवार चला रहे थे. वैसे जिस तरह का जिले में कोरोना संक्रमण का हाल है, उससे ग्राहकों का डरना लाजमी भी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.