समस्तीपुरः बिहार के समस्तीपुर में रेप कांड में फरार निलंबित एएसआई ने सोमवार 30 अक्टूबर को जिला न्यायालय में समर्पण कर दिया. न्यायाधीश के आदेश के बाद कोर्ट पुलिस ने आरोपी एएसआई को हिरासत में ले लिया है. एएसआई मुंगेर जिला का रहने वाला है. युवती ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करायी थी, जिसके बाद से एएसआई फरार था.
क्या है मामलाः प्राप्त जानकारी के अनुसार मुंगेर जिले के रहने वाले एएसआई 2022 में सिंघिया थाने में एएसआई के पद पर तैनात था. इस दौरान उसकी दोस्ती एक व्यक्ति से हो गई. वह व्यक्ति कथित रूप से शराब के धंधे में लिप्त था. एएसआई उसके घर में आया-जाया करता था. इसी दौरान एएसआई अपनी वर्दी का रौब दिखाकर उसकी बेटी का कथित रूप से यौन शोषण करने लगा. युवती के पड़ोस में रहने वाले फल विक्रेता ने भी उसके साथ छेड़खानी का प्रयास किया था.
युवती ने दर्ज करायी थी प्राथमिकीः युवती इससे परेशान होकर इस मामले को सोशल मीडिया के जरिए उठाया. सोशल मीडिया के द्वारा मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस टीम हरकत में आई. कार्रवाई करते हुए फल विक्रेता एवं युवती के मां-बाप को पकड़ कर जेल भेज दिया. बताया गया कि युवती के द्वारा दिए गए लिखित आवेदन के आधार पर महिला थाने में प्राथमिक दर्ज की गई थी.
साजिश के तहत फंसाने का आरोपः महिला थाने में मामला दर्ज होने के बाद आरोपी एएसआई मनोज चौधरी फरार हो गया था. लेकिन पुलिस की दबिश को लेकर आज जिला न्यायालय में समर्पण कर दिया. न्यायालय पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है. आरोपी ASI ने ईटीवी भारत से घटना के बारे में रोते हुए खुद को निर्दोष बताया. उसने कहा कि साजिश के तहत फंसाया गया है.
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