समस्तीपुर: जिले में पुलिस अगर डाल-डाल है तो अपराधी पात पात. हाल ऐसा है कि जिले की सुबह होती ही कहीं ना कहीं क्राइम की घटना सामने आती रहती है. रात में अपराधियों की गोलियों की तड़तड़हट से यह जिला दहल जाता है. यहां के अपराध के आंकड़ों से साफ पता चलता है कि, अपराधियों के मन में पुलिस का कोई खौफ नहीं है.
यहां कोई ऐसा दिन नहीं होता जब कोई आपराधिक घटना नहीं घटती. अपराधी दिनदहाड़े लूट, हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. बीते कुछ दिन के आपराधिक घटनाओं पर गौर करें तो उससे पुलिस की गंभीरता का बड़ी आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है.
आपराधिक आंकड़ें:
- 24 अगस्त को विद्यापतिनगर थाना क्षेत्र में अपराधियों ने बंदूक की नोक पर एक कारोबारी से दस लाख लूट लिए.
- शनिवार की रात अपराधियों ने रोसड़ा के गोविंदपुर में एक अन्य व्यापारी की गला रेत कर उससे लाखों लूट लिए.
- 22 अगस्त को जिला मुख्यालय के मोहनपुर में स्कूल कैम्पस में एक युवक को गोली मारी दी गई.
- 21 अगस्त को वारिसनगर के रोहुआ में मुखिया और जेडीयू नेता अपराधियों का निशाना बने.
- 20 अगस्त को उजियारपुर के चांदचौर में मुखिया पति को गोली मारी गई.
- 19 अगस्त को मोहद्दीनगर थाना क्षेत्र में एक वृद्ध की गोली मार कर हत्या.
- 13 अगस्त को मोहद्दीनगर थाना क्षेत्र में ही बीएड कालेज के पर दो गुटों के बीच झड़प.
- 15 को इसी थाना क्षेत्र के चांदनी चौक पर दो गुटों में खूनी संघर्ष.
आंकड़े कुछ इसी तरह बढ़ते चले गए, लेकिन जिले के पुलिस कप्तान का मानना है कि यहां पर अपराध नियंत्रित है.