समस्तीपुर: रौशनी के पर्व दीपावली आज देशभर में धूमधाम से मनाई जा रही है. दीपावली पर मां महालक्ष्मी की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन समुद्र मंथन से लक्ष्मी जी प्रकट हुई थीं. इस दिन मां लक्ष्मी, गणेश और सरस्वती की पूजा की जाती है. इस बार दिवाली पर 17 सालों बाद सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है. दीपोत्सव को लेकर लोगों में खासा उत्साह दिख रहा है.
महालक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त
इस बार महालक्ष्मी और गणेश की पूजा के साथ ही सरस्वती मां की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 5:28 बजे से 7:24 बजे तक रहेगा. दिवाली के दिन महालक्ष्मी की पूजा करने के शुभ समय की अवधि 1 घंटे 56 मिनट की होगी. दिवाली के अगले दिन 15 नवंबर यानी रविवार की सुबह 6:30 से 8:45 बजे तक और 12:39 मिनट से 2:13 मिनट तक महालक्ष्मी की पूजा की जा सकती है.
दीपावली पर पूजा की पूजन सामग्री
- महालक्ष्मी की कमल पर बैठी प्रतिमा
- बांयी ओर सूंड वाली गणेश जी की प्रतिमा
- मां सरस्वती जी की प्रतिमा
- गुलाब और कमल के फूल
- पान के डंडी वाले पत्ते
- केसर, सिंदूर, अक्षत और रोली
- पूजा की सुपारी
- दूध, दही, शहद, फल और मिष्ठान
- इत्र, गंगाजल, खील और बताशे
- कच्चे सूत वाला कलावा
- पीतल का दीपक और मिट्टी की दिये
- तेल, शुद्ध घी और रुई की बत्तियां
- तांबे या पीतल का कलश
- लाल या पीले रंग का कपड़ा
खरीददारी के लिए उमड़े लोग
दीपावली पर खरीददारी को लेकर बाजारों में लोगों की भीड़ उमड़ रही है. बाजारों में लोगों में खासा उत्साह लोगों में देखा जा रहा है. लोग मिट्टी के बने दीपक, गणेश और लक्ष्मी जी की मूर्ति खरीदने में जुटे हुए है. जगह-जगह दुकानों पर सजावट का सामान बिक रहा है. वहीं, मिठाईयों की भी खूब बिक्री हो रही है. रौशनी के इस त्योहार के दौरान लोग साज-सज्जा और विभिन्न तरह के दीप को लेकर खास तैयारी कर रहे हैं.