समस्तीपुर: जिले के रोसड़ा प्रखंड के महुली गांव में एक परिवार ऐसा है, जो रहस्यमयी बीमारी से ग्रसित है. घर के सभी सदस्यों के बारी-बारी से आंखों की रोशनी जा रही है. परिवार के सभी सदस्य जन्म से स्वस्थ्य थे. इस मामले के बाद सिविल सर्जन भी आश्चर्यचकित हैं और उन्होंने जल्द जांच का भरोसा दिया है.
इसे दैवीय प्रकोप कहें या फिर वैज्ञानिक वजह कि महुली गांव के एक परिवार के चार सदस्य बारी-बारी से अंधेपन का शिकार हो गये हैं. यही नहीं घर में ब्याह कर आयी बहु, जो स्वस्थ थी वो भी अंधेपन का शिकार हो गई है. आज यह परिवार दाने दाने को मोहताज है. भले ही परिवार के एक सदस्य की आंखें सलामत है और वो किसी तरह अपने घर के सदस्यों का भरण-पोषण कर रहा है. परिवार के सदस्यों की मानें, तो इस बीमारी से बचाव को लेकर अब तक कोई प्रशासनिक मदद नहीं मिली है. एक-एक कर सभी अंधेपन का शिकार हो रहे हैं.
ईटीवी भारत ने उठायी आवाज
इस अज्ञात बीमारी के चपेट में आये इस परिवार को लेकर जब ईटीवी भारत ने सिविल सर्जन से पूछा, तो उन्होंने मामले के जांच करने की बात कही. सिविल सर्जन सियाराम मिश्र ने कहा कि जांच के लिए रोसड़ा मेडीकल टीम को पीड़ित परिवार के पास जाएगी. साथ ही आंखों से जुड़ी ऐसी अज्ञात बीमारी से ग्रसित परिवार के इलाज की व्यवस्था की जायेगी.
- बहरहाल, अब देखना होगा अंधेरे की जद में घिरते इस परिवार को लेकर स्वास्थ्य महकमा कितना गंभीर होता है? इस अज्ञात बीमारी के प्रकोप से इस परिवार को कब निजात मिलती है? बीमारी के क्या कारण निकल कर सामने आते हैं?