समस्तीपुर: जिले में बूढी गंडक नदी के जलस्तर में 24 घंटे के दौरान आठ सेंटीमीटर गिरावट दर्ज की गई है. बुधवार की सुबह बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर 48.15 सेंटीमीटर रिकार्ड किया गया है, जबकि मंगलवार को नदी का जलस्तर 48.23 था. इससे शहर के लोगों ने राहत की सांस ली है.
नदी की धारा में स्थिरता
जिले के छह प्रखंड के करीब 36 पंचायत के 107 गांव बाढ़ से प्रभावित है. वहीं शहर के करीब से गुजरने वाली बूढ़ी गंडक के बढ़ते जलस्तर से शहर पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. वहीं कल्याणपुर प्रखंड के कई नए इलाकों में बाढ़ के डर से एक बड़ी आबादी हलकान है. हालांकि अभी भी बूढी गंडक खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है, जिससे खतरा बना हुआ है. वहीं हायाघाट रेलवे पुल के पास बागमती नदी का जलस्तर रात से 48.90 सेंटीमीटर पर स्थिर बनी हुई है. नदी की तेज धारा के कारण पुल पर संकट बना हुआ है.
समस्तीपुर में लोगों ने ली राहत भरी सांस, 24 घंटे से बूढ़ी गंडक का पानी 8 सेमी घटा - समस्तीपुर समाचार
समस्तीपुर जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. बूढी गंडक नदी के जलस्तर में 24 घंटे के दौरान आठ सेंटीमीटर गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि अभी भी बूढी गंडक खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है, जिससे खतरा बना हुआ है.
समस्तीपुर: जिले में बूढी गंडक नदी के जलस्तर में 24 घंटे के दौरान आठ सेंटीमीटर गिरावट दर्ज की गई है. बुधवार की सुबह बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर 48.15 सेंटीमीटर रिकार्ड किया गया है, जबकि मंगलवार को नदी का जलस्तर 48.23 था. इससे शहर के लोगों ने राहत की सांस ली है.
नदी की धारा में स्थिरता
जिले के छह प्रखंड के करीब 36 पंचायत के 107 गांव बाढ़ से प्रभावित है. वहीं शहर के करीब से गुजरने वाली बूढ़ी गंडक के बढ़ते जलस्तर से शहर पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. वहीं कल्याणपुर प्रखंड के कई नए इलाकों में बाढ़ के डर से एक बड़ी आबादी हलकान है. हालांकि अभी भी बूढी गंडक खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है, जिससे खतरा बना हुआ है. वहीं हायाघाट रेलवे पुल के पास बागमती नदी का जलस्तर रात से 48.90 सेंटीमीटर पर स्थिर बनी हुई है. नदी की तेज धारा के कारण पुल पर संकट बना हुआ है.