सहरसा: बिहार के सहरसा जिले के सोनवर्षा कचहरी में व्यवसायियों (Businessmen in Sarhasa) का पुलिस के खिलाफ आक्रोश फूट पड़ा. व्यवसायियों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर बाजार को बंद कर दिया. व्यवसायियों ने सोनवर्षा कचहरी ओपी पुलिस (Sonvarsha Kachari OP Police) पर बेवजह परेशान किए जाने का आरोप लगाया है.
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व्यवसायी दयानिधि ने बताया कि वे अपने दुकान पर बैठा था. तभी सोनवर्षा कचहरी ओपी के दो-तीन पुलिसकर्मी के द्वारा जबरन मुझे थाना ले जाया गया. फिर पूछताछ करने के आधा घंटा बाद छोड़ दिया गया.
दरअसल, सदर अस्पताल में इलाज करवा रहे अमरपुर गांव निवासी गिरीन्द्र भगत ने रात को सोनवर्षा कचहरी पुलिस द्वारा उन्हें व उनके भाई जयप्रकाश कुमार को बेवजह पिटाई किए जाने का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि सोनवर्षा कचहरी बाजार में रेडीमेड की दुकान है.
लॉकडाउन में उनके छोटे लड़के का हाथ टूट गया था. उसे इलाज के लिए सहरसा लाया. रुपया घटने के बाद अपने लड़का को चाबी देकर अपने भाई को दुकान खोलकर पैसा लाने को कहा. वह बाजार जाकर दुकान खोलकर रुपये निकाल ही रहा था, तभी सोनवर्षा कचहरी पुलिस की गश्ती दल ने आकर उसे पकड़ लिया था.
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सोनवर्षा कचहरी ओपी परिसर में जयप्रकाश ने बताया कि कोर्ट से बेल लेने के बावजूद ओपी अध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस बल द्वारा बेल स्लीप को फाड़कर मारते-मारते ओपी लायी. फिर रात में ही सदर थाना ले गयी. रास्ते मे पुन: मारपीट किए जाने का आरोप लगाया.
इस संबंध में ओपी अध्यक्ष संजय दास ने मारपीट किए जाने की घटना से इनकार करते हुए बताया कि वो खुद काफी देर तक बेल स्लिप देने को कह रहे थे, नहीं देने पर उसे पकड़कर थाना लाया तथा इनके घर वाले को बेल स्लिप ओपी में लेते आने को कहा. मालूम हो कि चार दिन पूर्व भी दो व्यक्ति द्वारा सोनवर्षा ओपी अध्यक्ष पर मारपीट का आरोप लगाते हुए एसपी कार्यालय में आवेदन दिया था.
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