सहरसा: देशव्यापी लॉकडाउन के बीच प्रवासियों का बिहार आगमन जारी है. इस बीच तकरीबन 1600 स्टूडेंट्स को लेकर स्पेशल ट्रेन कोटा से सहरसा पहुंची. यह ट्रेन निर्धारित समय से करीब 2 घंटे लेट पहुंची. स्टेशन पर जिला प्रशासन की ओर से सभी बच्चों को फूड पैकेट और पानी का बोतल दिया. फिर सभी बच्चों की मेडिकल स्क्रीनिंग कराई गई.
घर पहुंचकर छात्र-छात्राएं काफी खुश नजर आए. उन्होंने घर वापसी के लिए नीतीश सरकार का धन्यवाद दिया. इस दौरान उनके चेहरों पर वापसी की खुशी साफ दिखाई दे रही थी.
स्टेशन पर की गई मेडिकल जांच
स्टूडेंट्स के लिए सहरसा जंक्शन पर सुरक्षा और जांच के कड़े इंतजाम किए गए थे. सबसे पहले उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग कराई गई. उसके बाद उनसे शपथ पत्र लिया गया. बाद में उन्हें क्वारंटीन का मार्क देकर गंतव्य स्थानों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई. इस दौरान डीएम कौशल कुमार, एसपी राकेश कुमार समेत जिले के तमाम आलाधिकारी मौजूद रहे. सभी छात्रों को हर संभव सुविधा पहुंचाने में जुटे दिखे.
इन जिलों के छात्र पहुंचे सहरसा
जानकारी के मुताबिक सहरसा पहुंचे छात्र-छात्राओं में सहरसा के अलावा मधेपुरा और सुपौल के भी बच्चे शामिल हैं. सभी को पहले बसों के माध्यम से सहरसा स्टेडियम लाया गया. वहां कागजी प्रक्रिया पूरी कर उन्हें संबंधित जिलों में भेजा गया. बिहार लौटी छात्र वंदना की माने तो घर पहुंच कर उनका सारा टेंशन दूर हो गया. इसके लिए उसने बिहार सरकार को थैंक्स कहा.
जिलाधिकारी ने दी पूरी जानकारी
छात्रों की जानकारी देते हुए डीएम कौशल कुमार ने बताया कि कोटा से कुल 1610 छात्र-छात्राएं आये हैं. इसमें सुपौल के 527, मधेपुरा के 572 और सहरसा का कुल 511 बच्चे हैं. उनके आगमन को लेकर यहां मुक्कमल व्यवस्था की गई थी. सभी को नाश्ते का पैकेट और पानी का बोतल दी गई है. प्रशासनिक टीम बच्चों की सहूलियत के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है.