ETV Bharat / state

सहरसा में मुखिया संघ ने दी सामूहिक इस्तीफे की धमकी, अफसरशाही के खिलाफ जताई नाराजगी

पंचायती राज में बढ़ती अफसरशाही के खिलाफ सहरसा मुखिया संघ (Saharsa Mukhiya Sangh) ने मुहिम छेड़ दी है. बैठक के दौरान संघ ने जोर देकर कहा कि अगर अफसरशाही नहीं रुकी तो आने वाले समय में हमलोग सामूहिक इस्तीफा दे देंगे.

सहरसा मुखिया संघ
सहरसा मुखिया संघ
author img

By

Published : Oct 18, 2022, 8:16 AM IST

सहरसा: बिहार के सहरसा में मुखिया संघ ने सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी दी (Mukhiya Sangh warns of mass resignation) की है. दरअसल, शहर के गंगजला चौक स्थित देव रिसोर्ट में सोमवार को जिला मुखिया संघ के द्वारा पंचायती राज में बढ़ती अफसरशाही के विरुद्ध सरकार की नीतियों में परिवर्तन की मांग को लेकर बैठक आयोजित हुई. इस अवसर पर मुखिया संघ के जिला अध्यक्ष विनय कुमार यादव ने जिले के सभी मुखिया से बातचीत कर पंचायत में होने वाली समस्याओं से रूबरू हुए. इस अवसर पर सभी मुखिया ने सरकारी अफसर के द्वारा सभी कामों में हस्तक्षेप किए जाने की शिकायत की गई. इस बैठक में 9 सूत्री मांगों को लेकर व्यापक विचार विमर्श किया गया. इस अवसर पर सभी मुखिया ने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द अफसरशाही को नहीं रोकी गई तो जिला के सभी मुखिया सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे.

ये भी पढ़ें: भोजपुर में दो मुखिया परिवार के बीच खूनी संघर्ष, गोलीबारी में मुखिया पुत्र की मौत

सहरसा मुखिया संघ की बैठक: जिला अध्यक्ष विनय कुमार यादव ने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत होने वाले 5 लाख रुपए तक की योजना का कोड और पासवर्ड मुखिया को उपलब्ध कराने की मांग की. वहीं 15वें वित्त आयोग के तहत जो गाइडलाइन है, उसे स्पष्ट रूप से पंचायत को लिखित रूप से मिलने की मांग की. साथ ही जन वितरण प्रणाली के तहत चावल आवंटन में एकरूपता की नीति लागू करने और जेम पोर्टल पर चर्चा की भी मांग की गई. उन्होंने कहा कि पंचायत अंतर्गत सभी सरकारी कर्मियों का उपस्थिति पंजी ग्राम पंचायत को मिले.

वहीं सत्तर कटैया प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बारा में निर्मित पंचायत सरकार भवन द्वारा ग्राम पंचायतों का को संपन्न कर हस्तगत कराए जाने की मांग की. वहीं कबीर अंत्येष्टि के तहत आवंटन शीघ्र देने की मांग की गई. इस मौके पर बड़गांव के मुखिया पति अविनाश खां बौआ ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत राशि उपलब्ध नहीं कराए जाने से लोगों में आक्रोश है. उन्होंने कहा कि जनता को मुखिया से बहुत अपेक्षा और आशा रहती है लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा मुखिया के कार्यों में अवरोध पैदा किया जाता है. जिसके कारण मुखिया चाह कर भी जनता के लिए कुछ नहीं कर पाता है.

मुखिया संघ ने सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी दी: वहीं कोपरिया के मुखिया राकेश कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा भ्रमित किया जा रहा है, जिसके कारण विकास कार्य अवरुद्ध है. इस अवसर पर मोहनपुर मुखिया अरुण यादव, प्रेम शंकर उर्फ प्रमोद यादव, रणवीर यादव ने भी कन्या विवाह योजना, कबीर अंतेष्टि सहित अन्य योजना का भुगतान करने की मांग की. मौके पर पवन यादव, गणेश गौरव सरोज कुमार यादव सहित अन्य लोगों ने कहा कि आज मुखिया के अधिकार का अफसरशाही हनन कर रहे हैं. वहीं गांधी जी के सपनों को भुलाया जा रहा है. इस अवसर पर सभी मुखिया ने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द अफसरशाही को नहीं रोकी गई तो जिला के सभी मुखिया सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे. इस अवसर पर सभी मुखिया ने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द अफसरशाही को नहीं रोकी गई तो जिला के सभी मुखिया सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे.

सहरसा: बिहार के सहरसा में मुखिया संघ ने सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी दी (Mukhiya Sangh warns of mass resignation) की है. दरअसल, शहर के गंगजला चौक स्थित देव रिसोर्ट में सोमवार को जिला मुखिया संघ के द्वारा पंचायती राज में बढ़ती अफसरशाही के विरुद्ध सरकार की नीतियों में परिवर्तन की मांग को लेकर बैठक आयोजित हुई. इस अवसर पर मुखिया संघ के जिला अध्यक्ष विनय कुमार यादव ने जिले के सभी मुखिया से बातचीत कर पंचायत में होने वाली समस्याओं से रूबरू हुए. इस अवसर पर सभी मुखिया ने सरकारी अफसर के द्वारा सभी कामों में हस्तक्षेप किए जाने की शिकायत की गई. इस बैठक में 9 सूत्री मांगों को लेकर व्यापक विचार विमर्श किया गया. इस अवसर पर सभी मुखिया ने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द अफसरशाही को नहीं रोकी गई तो जिला के सभी मुखिया सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे.

ये भी पढ़ें: भोजपुर में दो मुखिया परिवार के बीच खूनी संघर्ष, गोलीबारी में मुखिया पुत्र की मौत

सहरसा मुखिया संघ की बैठक: जिला अध्यक्ष विनय कुमार यादव ने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत होने वाले 5 लाख रुपए तक की योजना का कोड और पासवर्ड मुखिया को उपलब्ध कराने की मांग की. वहीं 15वें वित्त आयोग के तहत जो गाइडलाइन है, उसे स्पष्ट रूप से पंचायत को लिखित रूप से मिलने की मांग की. साथ ही जन वितरण प्रणाली के तहत चावल आवंटन में एकरूपता की नीति लागू करने और जेम पोर्टल पर चर्चा की भी मांग की गई. उन्होंने कहा कि पंचायत अंतर्गत सभी सरकारी कर्मियों का उपस्थिति पंजी ग्राम पंचायत को मिले.

वहीं सत्तर कटैया प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बारा में निर्मित पंचायत सरकार भवन द्वारा ग्राम पंचायतों का को संपन्न कर हस्तगत कराए जाने की मांग की. वहीं कबीर अंत्येष्टि के तहत आवंटन शीघ्र देने की मांग की गई. इस मौके पर बड़गांव के मुखिया पति अविनाश खां बौआ ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत राशि उपलब्ध नहीं कराए जाने से लोगों में आक्रोश है. उन्होंने कहा कि जनता को मुखिया से बहुत अपेक्षा और आशा रहती है लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा मुखिया के कार्यों में अवरोध पैदा किया जाता है. जिसके कारण मुखिया चाह कर भी जनता के लिए कुछ नहीं कर पाता है.

मुखिया संघ ने सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी दी: वहीं कोपरिया के मुखिया राकेश कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा भ्रमित किया जा रहा है, जिसके कारण विकास कार्य अवरुद्ध है. इस अवसर पर मोहनपुर मुखिया अरुण यादव, प्रेम शंकर उर्फ प्रमोद यादव, रणवीर यादव ने भी कन्या विवाह योजना, कबीर अंतेष्टि सहित अन्य योजना का भुगतान करने की मांग की. मौके पर पवन यादव, गणेश गौरव सरोज कुमार यादव सहित अन्य लोगों ने कहा कि आज मुखिया के अधिकार का अफसरशाही हनन कर रहे हैं. वहीं गांधी जी के सपनों को भुलाया जा रहा है. इस अवसर पर सभी मुखिया ने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द अफसरशाही को नहीं रोकी गई तो जिला के सभी मुखिया सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे. इस अवसर पर सभी मुखिया ने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द अफसरशाही को नहीं रोकी गई तो जिला के सभी मुखिया सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.