सहरसा: जिले में विभिन्न दलों से बागी होकर उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर राजनीतिक समीकरण बिगाड़ने का भरसक प्रयास किया गया. इस कड़ी में बीजेपी के पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में तो वहीं आरजेडी प्रदेश महासचिव के पद से इस्तीफा देकर रंजीत यादव ने भी नामांकन कर अपनी पार्टी का समीकरण खराब किया है.
क्या कहते हैं बागी नेता
दरअसल, बीजेपी नेता सह पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना को टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से इस्तीफा देकर निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में पर्चा दाखिल किया और पार्टी के समीकरण को प्रभावित कर दिया. पूछने पर किशोर कुमार मुन्ना ने कहा कि जनता के आदेश पर नामांकन करने पहुंचे हैं और अब जनता ही चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि सहरसा का विकास प्रभावित है, यहां की स्थिति काफी खराब है. देश के प्रधानमंत्री मोदी देश की समृद्धि के लिये नवरात्र कर रहे हैं. वैसे ही हम सहरसा के समृद्धि और खुशहाली के लिये नवरात्र कर रहे हैं.
जमीन से जुड़े नेताओं का काटा टिकट
जबकि, आरजेडी के प्रदेश महासचिव पद से इस्तीफा देकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में रंजीत यादव ने नामांकन कर आरजेडी का समीकरण को प्रभावित कर दिया है. आरजेडी से बागी होकर रंजीत यादव ने कहा है कि विकास के नाम पर जनता से वोट मांगेंगे. उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देकर पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने के फैसले के लिए आरजेडी के शीर्ष नेतृत्व को दोषी करार दिया. उन्होंने कहा कि पार्टी ने जमीन से जुड़े नेताओं को नजरअंदाज कर ऐसे नेताओं को टिकट दिया है जिसका पार्टी से कोई लेना देना नहीं है.