सहरसा: सहरसा में सदर अस्पताल स्थित जिला दवा भंडार केंद्र (drug store center located in Saharsa ) में आज विश्व फार्मासिस्ट दिवस (world pharmacist day) मनाया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सिविल सर्जन डॉ किशोर कुमार मधुप मौजूद रहे. इसके अलावा एसीएमओ डॉ रविंद्र मोहन, डीपीएम विनय रंजन, ड्रग इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार, कुमार संजय, आयुष्मान भारत समन्वयक हेनरी टर्नर, बीएमएसआईसीएल क्षेत्रीय औषधि भंडार के प्रभारी शादाब अहमद चांद, और अशोक कुमार सहित जिले में पदस्थापित सभी फार्मासिस्ट उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन प्रभारी फरमासिस्ट धर्मेंद्र कुमार ने किया.
ये भी पढ़ें- डिप्टी CM ने फार्मासिस्ट की भूमिका को बताया महत्वपूर्ण, कहा- उनके बिना इलाज संभव नहीं
सिविल सर्जन हुए भावुक: विश्व फार्मासिस्ट दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि सिविल सर्जन अपने विद्यार्थी जीवन को याद कर भावुक हो गए. उन्होंने अपने फार्मासिस्ट टीम को उत्साहित किया। जिला स्वास्थ्य विभाग को राज्य की रैंकिंग प्रणाली में नंबर एक पर लाने के प्रयास पर चलने का आग्रह किया. साथ ही साथ सभी स्वास्थ्य केंद्रों में सभी दवाओं की उपलब्धता बनाए रखने पर संकल्प लिया.
2009 में हुई थी दिवस की शुरुआत: कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने बताया कि विश्व फरमासिस्ट दिवस की शुरुआत सर्वप्रथम 2009 के तुर्की के इस्तांबुल शहर में किया गया था. जो आज विश्व के सभी देश में मनाया जाता है. कार्यक्रम में फार्मासिस्ट की स्वास्थ्य क्षेत्र में भूमिका पर विस्तार से चर्चाए की गई. कार्यक्रम में कोरोना त्रासदी जान गंवाने वाले फरमासिस्ट को भी याद किया गया. साथ ही कोरोना महामारी के दौरान जिले के फार्मासिस्ट का 24 घंटे ड्यूटी के समर्पण को याद कर सभी भावुक हो गए. इस मौके पर फार्मासिस्ट पंकज , अजीत , पवन , संजय , राजेश , मनीष , मोहंती , अमरकांत , कौशलेंद्र सहित अन्य फार्मासिस्ट उपस्थित थे.
ये भी पढ़ें- दवा के दुष्प्रभाव से बचने के लिये हमेशा फार्मासिस्टों से लें फॉर्मास्युटिकल सेवा का लाभ