सहरसा: कहते हैं जब आलाकमान सामने हो तो सरकार के सभी सिस्टम सही तरीके से कार्य करती है, लेकिन सहरसा के सोनवर्षा कचहरी ओपी पुलिस द्वारा एक संवेदनहीनता का मामला सामने आया है. जबकि बिहार के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ मंत्री तेजस्वी यादव भी सहरसा में है. बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहरसा और मधेपुरा के दौरे पर हैं. जिले के सोनवर्षा कचहरी क्षेत्र अन्तर्गत परमनिया हॉल्ट के समीप एक लावारिस शव बरामद हुआ (Unknown dead body found in Saharsa). सूचना मिलने के बाद सोनवर्षा कचहरी के ओपी अध्यक्ष ने एक ऑटो में उक्त शव को रस्सी से बंधवा दिया और विना किसी थाने के अधिकारियों को टेम्पू पर बैठाए सहरसा पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया.
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पोस्टमार्टम के लिए शव को रस्सी से बांधकर लाया अस्पताल: लावारिस लाश को ऑटो के पीछे लादकर तकरीबन 06 किलोमीटर की दूरी तय कर मृत जानवर की तरह शव को रस्सी से बांधकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया. इतना ही नहीं लाश लदा ऑटो पर पुलिसकर्मी बैठना तक मुनासिब नहीं समझे और बगैर पुलिस के ही ऑटो पर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल लाया गया. इस बाबत ऑटो चालक और उसके सहयोगी की माने तो सोनवर्सा कचहरी ओपी प्रभारी के निर्देश पर शव को ऑटो पर लादा गया और रस्सी से बांधकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल शव को लाया गया.
लावारिस अवस्था में मिली थी लाश: पोस्टमार्टम हाउस के समीप चौकीदार से रस्सी से बांधकर शव लाने के मामले को लेकर जब सवाल किया गया तो चौकीदार ने कहा कि परमिनिया गांव के गेहूं खेत से लावारिश शव बरामद किया गया है. पुलिस प्रक्रिया के बाद पोस्टमार्टम के लिए शव को सदर अस्पताल लाया गया है. उन्होंने कहा कि रस्सी से बांधकर शव लाना उचित नहीं बड़ा बाबु के निर्देश पर हमने ऐसा किया है. हालांकि, जिस तरह से लावारिश शव को सोनवर्षा कचहरी पुलिस के द्वारा शव को रस्सी से बांधकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. कहीं न कहीं पुलिस की संवेदनहीनता को दर्शाता है और सरकार के सिस्टम पर भी सवालिया निशाना उठता है.
"सोनवर्षा पर गाड़ी लगाए हुए थे. हमको बोला चलो, हम आए तो शव को लाद दिया. बड़ा बाबू शव को बंधवाए हैं."- मोहम्मद मौजो, ऑटो ड्राइवर
"शव मिला है, पुलिस प्रक्रिया के तहत लाए हैं. हमलोगों को जानकारी मिली थी. जिसके बाद शव को लाया गया."- सुमन कुमार, चौकीदार