सहरसा: बिहार के सहरसा में ओवर ब्रिज निर्माण को लेकर स्थानीय विधायक, पूर्व विधायक और सांसद के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौड़ जारी है. बीते दो दिन पहले पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना ने ओवर ब्रिज निर्माण को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन किया था.
प्रेस वार्ता कर सांसद पर बरसे थे: इसके बाद स्थानीय बीजेपी विधायक डॉ आलोक रंजन झा ने प्रेस वार्ता कर पूर्व विधायक किशोर कुमार और माननीय सांसद पर जमकर बरसे थे. वहीं, अब इसी कड़ी में जदयू पार्टी द्वारा देव रिशोर्ट में प्रेस वार्ता किया गया. प्रेस वार्ता में जदयू के पूर्व विधायक अरुण यादव, जदयू नेता अंजुम हुशेन, अमर यादव, लुत्फुल्लाह सहित कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे.
"यह सर्व विदित है कि माननीय सांसद दिनेश चंद्र यादव द्वारा कोशी में खासकर सहरसा में जो विकास की लकीर खींची गई है उसको छुटभैया नेता गलत सलत बयान देकर छोटा बनाना चाहते है. मेरे समझ से ऐसा कोई माई का लाल नहीं है जो उस लकीर को छोटा कर दे." - अरुण यादव, पूर्व विधायक.
1996 में ही मिल गई थी ओवर ब्रिज की स्वीकृति: वहीं प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व विधायक अरुण यादव ने कहा कि कुछ दिन पहले पूर्व विधायक और स्थानीय विधायक द्वारा माननीय सांसद पर टिपणी की गई थी. सहरसा जिले का बच्चा-बच्चा जानता है कि माननीय सांसद दिनेश चंद्र यादव द्वारा रेल ओवर ब्रिज की स्वीकृति 1996 में ही मिल गई थी. लेकिन इसपर कुछ ग्रहण लग गया था.
कुछ व्यवसायी द्वारा टेंडर को लटकाया गया: उन्होंने कहा कि इसके बाद से ही माननीय सांसद इस ओवर ब्रिज के पीछे लगे हुए थे. बाद में फिर जब इसका रास्ता बना और ओवर ब्रिज का टेंडर जाने वाला था तो कुछ व्यवसायी द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में रिट दायर कर इसे लटका दिया गया.
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