सहरसा: सहरसा में पूर्व सांसद आनंद मोहन की मां गीता देवी 97 वर्ष के उम्र में कोरोना जैसे घातक महामारी को हरा दिया है. तकरीबन 15 दिन तक जंग लड़ने के बाद उन्होंने इस पर जीत हासिल की है. इस उम्र में उन्होंने कोरोना को हराकर पीड़ित लोगों के लिए मिसाल पेश की है. पूर्व सांसद आनंद मोहन की मां गीता देवी की माने तो पूरा देश कोरोना महामारी से त्रस्त है, इससे डरने की जरूरत नहीं है. बल्कि डटकर मुकाबला करने की जरूरत है.
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बुजुर्ग ने दी कोरोना को मात
लगातार 14 वर्षो से पूर्व जिलाधिकारी के हत्या मामले में सजायाफ्ता पूर्व सांसद आनंद मोहन की मां, पूर्व सांसद लवली आनंद की सास और आरजेडी विधायक चेतन आनंद की दादी ने कोविड से 15 दिनों तक जंग की. और इस वैश्विक महामारी से तकरीबन 15 दिन तक लगातार लड़ते हुए आखिरकार जंग जीत कर कोरोना पीड़ित लोगों के लिये मिशाल पेश की है.
'इससे डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि डटकर मुकाबला करना चाहिये. डरने से ही लोगों की मौत हो रही है. जब 97 वर्ष की उम्र में हम ठीक हो सकते हैं तो युवा लोगों को तो और हिम्मत से काम लेना चाहिये. जिससे हम कोरोना को मात दे सकते हैं.'- गीता देवी, पूर्व सांसद आनंद मोहन की मां
लोगों के लिए बनीं मिसाल
ऐसे में कहा जा सकता है कि हौसला अगर बुलंद हो तो कोई भी जंग जीता जा सकता है. पूर्व सांसद आनंद मोहन की मां गीता देवी की माने तो पूरा देश कोरोना महामारी से त्रस्त है. इसका डटकर मुकाबला करना चाहिए.
'होम आइसोलेशन में रहकर घरेलू उपचार कर 97 वर्ष की उम्र में दादी ठीक हो गई. इससे युवा पीढ़ी को सबक लेने की आवश्यकता है.'-सौरभ कुमार, गीता देवी के पोते
वाकई अगर हौसला और हिम्मत से काम लें तो कोरोना महामारी को हराना कोई बड़ी बात नहीं है और इसे 97 वर्ष की उम्र में साबित किया है गीता देवी ने.
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