सहरसा/सपौल: बिहार के सुपौल जिले की रहने वाली कविता सिंह ने डीआईजी शिवदीप लांडे को पिपरा थानाध्यक्ष और डीएसपी के विरुद्ध आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है. कविता सिंह के बेटे सुमित कुमार सिंह के ऊपर बीते 16 नवंबर को जमीन के विवाद को लेकर विरोधी पक्ष के लोगों ने मारपीट करते हुए उस पर तेजाब फेंक (Acid Attack On Saharsa) दिया था. जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था. थाने में मामले की शिकायत की गयी थी. लेकिन थानाध्यक्ष ने उचित कार्रवाई नहीं की.
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थानाध्यक्ष और डीएसपी के खिलाफ शिकायत: युवक पर एसिड अटैक का पूरा मामला सुपौल जिले के पिपरा थाना क्षेत्र का है. लेकिन मामले में अभियुक्तों पर कार्रवाई नहीं होता देख पीड़ित युवक की मां न्याय की गुहार लगाने सहरसा पहुंची थी. यहां सुपर कॉप शिवदीप लांडे (Super Cop Shivdeep Lande) से पिपरा थानाध्यक्ष और डीएसपी के खिलाफ शिकायत की गयी है. डीआईजी के दिए आवेदन में यह बताया गया कि राज कुमार साह, वरुण कुमार साह, बिमल कुमार साह, हीरा देवी, सत्तो मंडल, लालो साह, देबू साह ने शिकायतकर्ता कविता सिंह के बेटे सुमित सिंह से मारपीट की और तेजाब फेंककर बुरी तरह से जख्मी कर दिया.
"हम सुपौल से आए हैं और डीआईजी साहब को आवेदन दिए. मामला ये है कि मेरे बेटे के ऊपर वरुण साह और बिमल साह ने तेजाब फेंका था. लेकिन थानाध्यध और डीएसपी साहब ने दोनों अभियुक्त का नाम मोबाइल लोकेशन के आधार पर अनुसंधान के क्रम में छांट दिया. जिसके बाद एसपी साहब के पास भी हमलोग गए थे, लेकिन वहां भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. अंत में आज डीआईजी के पास आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई हूं". -कविता सिंह, पीड़ित सुमित की मां
खुलेआम घूम रहे मामले के आरोपी: आवेदन में यह भी बताया गया कि घायल युवक का इलाज टाटा मेमोरियल अस्पताल में चल रहा है. इसी घटना को लेकर कुल 7 आरोपी के विरुद्ध पिपरा थाना में शिकायत की गयी थी. थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने मामला दर्ज किया था. लेकिन सिर्फ दो अभियुक्त राज कुमार साह और सत्तो मंडल पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जेल भेजा. वो दोनों भी बेल पर जेल से बाहर आ गए हैं. जबकि मामले में बचे हुए 5 अभियुक्त में 2 अभियुक्त वरुण कुमार साह और बिमल कुमार साह को मोबाइल लोकेशन के आधार पर छोड़ दिया गया है. वहीं अन्य तीन अभियुक्तों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई नहीं की.