सहरसा: बिहार के सहरसा जिले में स्कूल में बच्चों से मजदूरी कराने (Child labor working in school construction) का मामला सामने आया है. एक स्कूल में बच्चों को पढ़ाने की जगह प्रधानाचार्य उनसे मजदूरी करवाते दिख रहे हैं. एक स्कूल का वीडियो सामने आया है. यह वीडियो बीते 25 जनवरी का बताया जा रहा है. इस वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि स्कूल के प्रधानाचार्य बच्चों से ईंट ढुलवा रहे हैं और साथ ही साथ स्कूल परिसर में रखा हुआ बालू को भी ट्रैक्टर में डलवा रहे हैं. यह वीडियो जिले के सोनवर्षा राज प्रखंड के सहसोल पंचाय के एक प्राथमिक स्कूल का बताया जा रहा है.
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बच्चे स्कूल में ढो रहे थे ईंट और बालूः सहसोल पंचायत स्थित प्रथमिक विद्यालय विश्वनाथपुर में पदस्थापित प्रधानाचार्य का नाम बुद्धदेव पासवान है. इस विद्यालय में स्कूल की चारदीवारी का कार्य चला था. चारदीवारी का काम पूरा होने के बाद जो ईंट और बालू बचा हुआ था. उस समान को बच्चों द्वारा फेंकवाया जा रहा था. वीडियो को लेकर आरडीडीई जयशंकर ठाकुर ने बताया कि अगर बच्चों से काम करवाया जा रहा है तो वीडियो की जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी.
'अगर बच्चों से काम करवाया जा रहा है तो वीडियो की जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी' - जय शंकर ठाकुर, आरडीडीई
श्रम अधीक्षक ने दिया जांच का आदेशः वहीं बच्चों द्वारा स्कूल में बाल मजदूरी करवाने को लेकर श्रम अधीक्षक प्रफुल कुमार पटेल ने कहा कि अगर स्कूल में बच्चों से बाल श्रम के तहत मजदूरी कराई जा रही है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि बाल श्रम कानून सबके लिए बराबर है, दोषी पाए जाने पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
'अगर स्कूल में बच्चों से बाल श्रम कराई जा रही है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी. बाल श्रम कानून सबके लिए बराबर है, दोषी पाए जाने पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी' - प्रफुल कुमार पटेल, श्रम अधीक्षक