गोरखपुर/सहरसा: एसटीएफ गोरखपुर यूनिट ने मंगलवार की आधी रात में डेढ़ सौ गोवंशों से लदे 5 ट्रकों को पकड़ा है. ट्रक लेकर जा रहे 9 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पकड़े गए आरोपी ज्यादातर बलिया के रहने वाले हैं. इनके गिरोह का सरगना बलिया का ही मोहम्मद खालिद है. वहीं देवरिया में तैनात रामानंद नामक सिपाही भी इनका सहयोगी है. खालिद और रामानंद न सिर्फ पशुओं से लदी गाड़ियों को पास कराते हैं, बल्कि उनके ट्रक भी इस धंधे में इस्तेमाल किए जाते हैं. गिरफ्तार किए गए 9 आरोपियों के खिलाफ एसटीएफ ने चौरीचौरा थाने में केस दर्ज कराया है.
एसटीएफ गोरखपुर इकाई पिछले कई दिनों से पशु तस्करों के खिलाफ काम कर रही थी. टीम ने सोमवार को खोराबार इलाके से दो गौ तस्करों को गिरफ्तार किया था. वहीं रविवार को भी एसटीएफ ने कुशीनगर के हाटा इलाके से भी गौ तस्करों को गिरफ्तार किया था. इसी क्रम में एसटीएफ को सूचना मिली की गोवशों को मंगलवार की रात गोरखपुर चौरीचौरा रोड से होते हुए बिहार ले जाया जा रहा है. टीम ने देवरिया हाईवे पर तरकुलहा देवी तिराहे के पास बैरियर लगाकर चेकिंग शुरू कर दी. देर रात एक साथ कई ट्रक आते हुए दिखाई दिए. एसटीएफ ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिसपर ट्रक चालकों ने पुलिस टीम पर ट्रक चढ़ाने की कोशिश करते हुए बैरियर तोड़कर भागने लगे.
फूटाहवा इनार तिराहे के पास एसटीएफ ने 9 आरोपियों को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया. मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ टीम में इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश, सिपाही आलोक राय और विनय कुमार सिंह शामिल थे. टीम द्वारा पूछताछ में पता चला कि गोरखपुर के छपिया गांव के पास रात में इन पशुओं को ट्रक पर मोहम्मद खालिद ने लदाया था. इनमें से कुछ गोवंश देवरिया में तैनात सिपाही रामानंद की भी है. सिपाही और खालिद मिलकर रास्ते में गाड़ियों को पास कराते थे. इनका सहयोग अनवर नामक युवक करता है, जो कि अपने गांव का प्रधान बताया जाता है. एसटीएफ के मुताबिक तीनों ने गो तस्करी से काफी संपत्ति भी अर्जित की है.
एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए गोरखपुर के सत्य प्रकाश यादव, रमेश यादव, बिहार के अनिल कुमार यादव बलिया के जयचंद कुमार यादव, आशीष कुमार यादव, उमेश कुमार यादव गणेश कुमार यादव छोटू और यादव वशिष्ठ पांडे शामिल है. वहीं इनके अन्य साथियों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगातार छापेमारी कर रही है.