रोहतासः बिहार के रोहतास में तैरने की ट्रेनिंग (Swimming training in Rohtas) दी जा रही है. जिले के करीब 300 युवाओं को यह ट्रेनिंग दी जा रही है. बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की तरफ से सोन नदी में युवाओं को कुशल प्रशिक्षक ट्रेनिंग दे रहे हैं. इस ट्रेनिंग में युवाओं को नदी या नहर में डूबते हुए लोगों को कैसे बचाया जाए और दुर्घटना में कैसे किसी की जान बचाई जा सकती है, इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
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भागलपुर के ट्रेनर दे रहे ट्रेनिंगः डेहरी के सोन नदी के इमलिया घाट पर युवाओं को ट्रेनिंग के लिए जगह सुनिश्चित की गई है. इसका विधिवत उद्घाटन डेहरी के एसडीएम अनिल कुमार सिन्हा ने किया. मौके पर अंचलाधिकारी अनामिका कुमारी, नगर थानाध्यक्ष राजीव रंजन सहित अंचल के कर्मी मौजूद थे. ट्रेनिंग देने के लिए भागलपुर के सतीश मुख्य भूमिका निभा रहे हैं.
"आज प्रशिक्षण का पहला दिन है. तरकीबन 30 की संख्या में प्रशिक्षण लेने के लिए युवा पहुंचे हैं. युवाओं को तैराकी, डूबते हुए लोगों को तैर कर पानी मे कैसे बचाए, ब्रीथिंग यानी पानी में सांस कैसे और कितनी देर तक रोका जाए, दुर्घटना में भी किसी की जान कैसी बचाई जाए, इस तरह की ट्रेनिंग दी जा रही है." -सतीश, ट्रेनर, भागलपुर
300 युवाओं को ट्रेनिंग देने का लक्ष्यः डेहरी के एसडीएम अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा युवाओं को तैराकी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. युवाओं को ट्रेनिंग देने के लिए भागलपुर और सुपौल से पांच ट्रेनर को बुलाया गया है. प्रतिदिन 60 लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा. जिसमें प्रशिक्षण की अवधि 12 दिनों की होगी. पांच अंचल के 300 युवाओं को ट्रेनिंग देने का लक्ष्य रखा गया है.
"प्रशिक्षण का कार्यक्रम 2 महीने चक चलेगा. ट्रेनिंग कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है कि इलाके में डूबने की घटनाओं को रोका जा सके और समय रहते तैराकों की मदद से लोगों की जान बचाई जा सके. एक साथ 60 युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है, जिन्हें 12 दिनों की ट्रेनिंग दी जाएगी." -अनिल कुमार सिन्हा, एसडीएम
"ट्रेनिंग कार्यक्रम को लेकर युवाओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. तैराकी सीखने के लिए काफी संख्या में युवा पहुंच रहे हैं. ऐसे में जिन युवाओं को तैराकी सीखने की इच्छा होगी, वह अंचल कार्यालय में संपर्क कर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. इसके बाद उन्हें कुशल प्रशिक्षक के द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी." -अनामिका कुमारी, सीओ, डेहरी रोहतास