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Rohtas News: सात माह के बेटे ने दी मां की चिता को मुखाग्नि, पुलिस के डर से पति फरार - seven month old Bids Final Adieu to mother

बिहार के रोहतास से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक सात माह के बेटे ने मां की चिता को मुखाग्नि दी है. जिस उम्र में उसे अपनी मां के हाथों का सहारा चाहिए थे, उसी उम्र में उसने अपनी मां को अपने हाथों से मुखाग्नि देकर विदा किया. वजह जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर...

रोहतास में सात माह के बेटे ने दी मुखाग्नि
रोहतास में सात माह के बेटे ने दी मुखाग्नि
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Published : May 4, 2023, 1:50 PM IST

Updated : May 4, 2023, 1:58 PM IST

सासाराम: बिहार के रोहतास में महज सात माह के बेटे ने मां की चिता को मुखाग्नि दी है. यह पूरा मामला इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है. घटना बिक्रम गंज इलाके की है, जहां एक विवाहिता अर्चना की संदिग्ध मौत के बाद पोस्टमार्टम से लौटे उसके शव को घर के आंगना में रखकर घर के लोग भाग गए. सुबह जब आसपास के लोगों ने शव से दुर्गंध फैलने की बात कही, तब अनुमंडलाधिकारी उपेंद्र पाल ने आनन-फानन में सीओ बिक्रमगंज को मजिस्ट्रेट नियुक्त कर शव का दाह संस्कार करने को कहा.

पढ़ें-Murder In Rohtas: पैसे की खातिर बेटे ने मां को बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला, वारदात के बाद फरार

मासूम ने नन्हें हाथों से दी मुखाग्नि: निर्देश के बाद स्थानीय पुलिस आई और ताला खोल कर शव को दाह संस्कार के लिए काव नदी स्थित शमशान घाट पहुंचाया गया. मौके पर महिला के मायके वालों की भीड़ जुट गई और सभी ने मृतिका के पति के आने तक पुलिस को दाह संस्कार रोकने को कहा. जब 1 बजे तक मृतिका का पति नहीं आया तो पुलिस ने दाह संस्कार करने का आग्रह मृतिका के मायके वालों से किया. बताया जा रहा है कि मृतिका अर्चना के सात माह के बेटे अरिकेत के हाथों उसके मुखाग्नि की रश्म निभा कर उसका दाह संस्कार पूरा किया गया. वहीं मुंबई में रेलवे ड्राइवर मृतिका का पति रवि शंकर आखिर तक सामने नहीं आया. जबकि फोन पर उसने सभी को आने की सांत्वना दी थी.

कमरे से मिला मृतका का शव: बता दें कि अर्चना अपने सात माह के बेटे अरिकेत को अपनी सास ललिता देवी और ननद रिया को सौंप कर अपने कमरे में सोने चली गई. जब शाम 4 बजे तक वह कमरे से बाहर नहीं निकली तो एक बढई की सहायता से दरवाजे की छिटकीली तोड़ कर उसके कमरे को खोला गया. सास और ननद दाखिल ने अंदर जाकर देखा कि उनकी बहू का श अंदर पड़ा हुआ है. जिसके बाद रिश्तेदारों को फोन कर जानकारी दी गई और मृतिका के मायके से लोग वहां आएं. आते ही पुलिस को बुलाया गया और अर्चना की हत्या का आरोप लगा सास ललिता देवी, ननद रिया कुमारी, और मामा शैलेंद्र चौधरी को पुलिस ने हिरासत में लिया.

दाह संस्कार में नहीं आया महिला का पति: घटना की पूरी जानकारी होने के बाद महिला के पति ने मुंबई से ट्रेन के द्वारा आने की बात कही थी. लेकिन मृतिका का पति रेलवे ड्राइवर रवि दाह संस्कार तक भी सामने नजर नहीं आया. थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि मृतिका के पिता किशोर चौधरी के बयान पर दर्ज प्राथमिकी के अनुसार डेढ़ वर्ष पूर्व महिला की शादी हुई थी. विवाहित अर्चना की हत्या उसकी सास, तीन ननद और उसके मामा शैलेंद्र चौधरी ने की है. आरोप के अनुसार इस घटना को मृतिका के पति रवि शंकर ने फोन कर संचालित किया है. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन यह हत्या है या आत्महत्या इसका निर्णय पुलिस अभी तक नहीं कर सकी है.

"मृतिका के पिता किशोर चौधरी के बयान पर दर्ज प्राथमिकी के अनुसार डेढ़ वर्ष पूर्व महिला की शादी हुई थी. विवाहित अर्चना की हत्या उसकी सास, तीन ननद और उसके मामा शैलेंद्र चौधरी ने की है. आरोप के अनुसार इस घटना को मृतिका के पति रवि शंकर ने फोन कर संचालित किया है. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है."-मनोज कुमार, थानाध्यक्ष

सासाराम: बिहार के रोहतास में महज सात माह के बेटे ने मां की चिता को मुखाग्नि दी है. यह पूरा मामला इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है. घटना बिक्रम गंज इलाके की है, जहां एक विवाहिता अर्चना की संदिग्ध मौत के बाद पोस्टमार्टम से लौटे उसके शव को घर के आंगना में रखकर घर के लोग भाग गए. सुबह जब आसपास के लोगों ने शव से दुर्गंध फैलने की बात कही, तब अनुमंडलाधिकारी उपेंद्र पाल ने आनन-फानन में सीओ बिक्रमगंज को मजिस्ट्रेट नियुक्त कर शव का दाह संस्कार करने को कहा.

पढ़ें-Murder In Rohtas: पैसे की खातिर बेटे ने मां को बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला, वारदात के बाद फरार

मासूम ने नन्हें हाथों से दी मुखाग्नि: निर्देश के बाद स्थानीय पुलिस आई और ताला खोल कर शव को दाह संस्कार के लिए काव नदी स्थित शमशान घाट पहुंचाया गया. मौके पर महिला के मायके वालों की भीड़ जुट गई और सभी ने मृतिका के पति के आने तक पुलिस को दाह संस्कार रोकने को कहा. जब 1 बजे तक मृतिका का पति नहीं आया तो पुलिस ने दाह संस्कार करने का आग्रह मृतिका के मायके वालों से किया. बताया जा रहा है कि मृतिका अर्चना के सात माह के बेटे अरिकेत के हाथों उसके मुखाग्नि की रश्म निभा कर उसका दाह संस्कार पूरा किया गया. वहीं मुंबई में रेलवे ड्राइवर मृतिका का पति रवि शंकर आखिर तक सामने नहीं आया. जबकि फोन पर उसने सभी को आने की सांत्वना दी थी.

कमरे से मिला मृतका का शव: बता दें कि अर्चना अपने सात माह के बेटे अरिकेत को अपनी सास ललिता देवी और ननद रिया को सौंप कर अपने कमरे में सोने चली गई. जब शाम 4 बजे तक वह कमरे से बाहर नहीं निकली तो एक बढई की सहायता से दरवाजे की छिटकीली तोड़ कर उसके कमरे को खोला गया. सास और ननद दाखिल ने अंदर जाकर देखा कि उनकी बहू का श अंदर पड़ा हुआ है. जिसके बाद रिश्तेदारों को फोन कर जानकारी दी गई और मृतिका के मायके से लोग वहां आएं. आते ही पुलिस को बुलाया गया और अर्चना की हत्या का आरोप लगा सास ललिता देवी, ननद रिया कुमारी, और मामा शैलेंद्र चौधरी को पुलिस ने हिरासत में लिया.

दाह संस्कार में नहीं आया महिला का पति: घटना की पूरी जानकारी होने के बाद महिला के पति ने मुंबई से ट्रेन के द्वारा आने की बात कही थी. लेकिन मृतिका का पति रेलवे ड्राइवर रवि दाह संस्कार तक भी सामने नजर नहीं आया. थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि मृतिका के पिता किशोर चौधरी के बयान पर दर्ज प्राथमिकी के अनुसार डेढ़ वर्ष पूर्व महिला की शादी हुई थी. विवाहित अर्चना की हत्या उसकी सास, तीन ननद और उसके मामा शैलेंद्र चौधरी ने की है. आरोप के अनुसार इस घटना को मृतिका के पति रवि शंकर ने फोन कर संचालित किया है. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन यह हत्या है या आत्महत्या इसका निर्णय पुलिस अभी तक नहीं कर सकी है.

"मृतिका के पिता किशोर चौधरी के बयान पर दर्ज प्राथमिकी के अनुसार डेढ़ वर्ष पूर्व महिला की शादी हुई थी. विवाहित अर्चना की हत्या उसकी सास, तीन ननद और उसके मामा शैलेंद्र चौधरी ने की है. आरोप के अनुसार इस घटना को मृतिका के पति रवि शंकर ने फोन कर संचालित किया है. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है."-मनोज कुमार, थानाध्यक्ष

Last Updated : May 4, 2023, 1:58 PM IST

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