रोहतासः जिला मुख्यालय सासाराम के प्रसिद्ध जूते चप्पल के मार्केट में चांद रात के दिन भी सन्नाटा छाया रहेगा. चांद रात में यहां के बाजारों में काफी रौनक हुआ करती थी. लेकिन लॉकडाउन और कोरोना वायरस के कारण बाजार बंद होने से यहां वीरानी छाई हुई है. शहर के मशहूर जूते चप्पल के मार्केट में सन्नाटा पसरा है.
'चांदनी चौक' में डेढ़ सौ जूते की दुकानें
सासाराम शहर का सबसे व्यस्त इलाका सराय रोड है, जिसे शहर में चांदनी चौक के नाम से भी जाना जाता है. जहां चांद रात के दिन हजारों की संख्या में ईद की खरीदारी करने लोग पहुंचते हैं. इस इलाके में भीड़ इतनी बेकाबू होती है कि पुलिस को भीड़ कंट्रोल करने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. पूरी रात खुलने वाली ये मशहूर जूते चप्पल का मार्केट आज वीरान पड़ा है. इस मार्केट में तकरीबन डेढ़ सौ जूते चप्पल की दुकानें है. चांद रात के दिन यहां सस्ते से सस्ते और महंगे से महंगे जूते चप्पल की दुकानें सज जाती हैं.
कई हिस्सों में खोली गई दुकानें
इस बार जिला प्रशासन के जरिए इस इलाके को सील कर दिया गया है. जिससे दुकाने नहीं खुल पा रही हैं. दुकानदार ईद के पर्व को आखिर कैसे मना है, क्योंकि उनके दुकानों पर ताला चढ़ा है और आमदनी का जरिया बिल्कुल बंद है. ऐसे दुकानदारों के लिए अब 2 जून की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो रहा है. वहीं, कई दुकानदारों ने बताया कि कोरोना वायरस का इस इलाके में कोई पॉजिटिव मरीज अब नहीं है जो पॉजिटिव मरीज मिले थे, वह ठीक होकर वापस अपने घर आ गए हैं. इसके बावजूद जिला प्रशासन ने इस इलाके में दुकानें खोलने की इजाजत नहीं दी है.
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बाजार से गायब हुई रौनक
वैसे तो शहर के कई हिस्सों में जिला प्रशासन के आदेश के बाद दुकानें खोली गई हैं. लेकिन इस मार्केट की दुकाने नहीं खुलने से ईद की रौनक बाजार से गायब है. चांद रात के दिन ऐसा सन्नाटा शायद ही किसी ने देखा होगा.
बहरहाल दुकानदारों को उम्मीद थी कि प्रशासन के जरिए इन इलाकों में भी शर्तों के साथ दुकानें खोलने की इजाजत दी जाएगी. लेकिन जिला प्रशासन के ने इजाजत नहीं दी. जिससे दुकानदारों में मायूसी साफ दिख रही हैय उनकी ईद भी फिकी हो गई है.