रोहतास: बिहार में मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट घोषित हो गया है. जिसमें बिहार में टॉपर का ताज रोहतास के हिमांशू राज के सिर सजा है. वहीं, टॉप टेन के इकतालीस छात्रों में भी रोहतास के ही सबसे ज्यादा छात्रों ने अपनी जगह पक्की की है. यानी रोहतास अब टॉपरों की सूची में सबसे पहले पायदान पर खड़ा हो गया है.
मैट्रिक के वार्षिक परीक्षा का रिजल्ट जारी
बताया जा रहा है कि पहले भी सिविल सेवा परीक्षा से लेकर न्यायिक परीक्षा हर जगह रोहतास के छात्रों का दबदबा रहा है. लिहाजा रोहतास पूरे बिहार में साक्षरता दर में सबसे पहले पायदान पर है. बिहार बोर्ड ने मैट्रिक के वार्षिक परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है. इसमें सबसे अधिक रोहतास जिले से आठ टॉपर निकले हैं. इन टॉपरों के आगे जमुई का सिमुलतला आवासीय स्कूल फेल हो गया है. रोहतास जिले के ही हिमांशु राज बिहार बोर्ड के मैट्रिक परीक्षा में टॉप पर आये हैं. हिमांशु जिले दिनारा प्रखंड के तेनुअज पंचायत के नटवार कला गांव के निवासी हिमांशु राज जनता उच्च विद्यालय तेनुअज के छात्र है. उन्हें 481 अंक (96.20%) प्राप्त हुआ है.
जिले में टॉपरों की सूची
वहीं, रोहतास के शिवसागर प्रखंड के एनएसएस हाई स्कूल निशान नगर बड्डी के छात्र रंजीत कुमार गुप्ता को सूबे में पांचवा स्थान प्राप्त हुआ है. रंजीत को 476 अंक प्राप्त हुआ है. चेनारी के गंगोत्ररी प्रोजेक्ट गर्ल हाई स्कूल के अफरीन तलत को छठा स्थान प्राप्त हुआ है. अफरीन को 475 अंक प्राप्त हुआ है. शिवसागर प्रखंड के एनएसएस हाई स्कूल निशान नगर बड्डी के ही छात्र राकेश कुमार गुप्ता को आठवां स्थान प्राप्त हुआ है. राकेश को 473 अंक प्राप्त हुआ है. काराकाट प्रखंड के गोरारी के आरआर हाई स्कूल की छात्रा अर्चना कुमारी को भी आठंवा स्थान प्राप्त हुआ है. अर्चना को 473 अंक प्राप्त हुआ है. शिवसागर प्रखंड के एनएसएस हाई स्कूल निशान नगर बड्डी के छात्र संतोष कुमार, कोचस हाई स्कूल के छात्र शहजाद आलम और रोहतास प्रखंड के उच्च विद्यालय रसूलपुर की छात्रा प्रिया कुमारी को पूरे सूबे में दसवां स्थान प्राप्त हुआ है. इन तीनों को 471 अंक प्राप्त हुआ है.
41 छात्र-छात्राओं को टॉप टेन में मिली जगह
बता दें कि बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में 41 छात्र-छात्राओं को टॉप टेन में जगह मिली है. जिनमें 10 लड़कियां है तो 31 लड़कों ने टॉप टेन में अपनी जगह बनाई है. हालांकि इस बार सबसे ज्यादा टॉपर देने वाला जमुई का सिमुलतला आवासीय विद्यालय के सिर्फ तीन छात्रों ने टॉप टेन में जगह बनायी है.