रोहतासः गया से एक लग्जरी बस से 92 मजदूरों को गुजरात स्थित सूरत ले जाया जा रहा था. जिसमें 5 बाल मजदूर भी शामिल थे. रोहतास एएसपी संजय कुमार के नेतृत्व में बस को डेहरी ऑन सोन में रुकवाकर सभी बाल मजदूरों को मुक्त कराया गया. अन्य यात्रियों से भी पूछताछ की जा रही है.
'घर में नहीं मिला रोजगार तो लौट रहे परदेस'
जानकारी के अनुसार बस सूरत स्थित निजी कंपनी के मालिक ने भेजी थी. बस पर कई महिलाएं भी थी. मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन में काम छीन गया तो घर लौट आए थे. लेकिन यहां रोजगार नहीं मिल रहा है. ऐसे में परिवार का भरण पोषण नहीं हो पा रहा है. मजबूरी में लौट कर सूरत जाना पड़ रहा है.
मजदूरों ने बताया कि बिहार सरकार की ओर से कहा गया था कि घर में ही रोजगार मिलेगा. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. 5 महीने से बेरोजगार हैं, अंत में हारकर पलायन करना पड़ रहा है. मालिक ने सूरत से बस भेजी है.
डिजास्टर एक्ट के तहत कार्रवाई
वहीं, एएसपी संजय कुमार ने बताया कि सभी यात्रियों की जांच की जा रही है. बस में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा गया था. जिसे लेकर डिजास्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.