ETV Bharat / state

रोहतास: सूरत जा रहे 5 मजदूरों को प्रशासन ने कराया मुक्त, बस में 92 मजदूर थे सवार

मजदूरों ने कहा कि सूरत में काम करते थे. लॉकडाउन में बेरोजगार हो गए तो घर लौट आए थे. लेकिन यहां काम नहीं मिल रहा है. ऐसे में मजबूरी में पलायन करना पड़ रहा है. सूरत से मालिक ने बस भेजी है.

रोहतास
रोहतास
author img

By

Published : Aug 20, 2020, 8:24 AM IST

Updated : Aug 20, 2020, 11:13 AM IST

रोहतासः गया से एक लग्जरी बस से 92 मजदूरों को गुजरात स्थित सूरत ले जाया जा रहा था. जिसमें 5 बाल मजदूर भी शामिल थे. रोहतास एएसपी संजय कुमार के नेतृत्व में बस को डेहरी ऑन सोन में रुकवाकर सभी बाल मजदूरों को मुक्त कराया गया. अन्य यात्रियों से भी पूछताछ की जा रही है.

'घर में नहीं मिला रोजगार तो लौट रहे परदेस'
जानकारी के अनुसार बस सूरत स्थित निजी कंपनी के मालिक ने भेजी थी. बस पर कई महिलाएं भी थी. मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन में काम छीन गया तो घर लौट आए थे. लेकिन यहां रोजगार नहीं मिल रहा है. ऐसे में परिवार का भरण पोषण नहीं हो पा रहा है. मजबूरी में लौट कर सूरत जाना पड़ रहा है.

रोहतास
यात्रियों से पूछताछ करती पुलिस

मजदूरों ने बताया कि बिहार सरकार की ओर से कहा गया था कि घर में ही रोजगार मिलेगा. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. 5 महीने से बेरोजगार हैं, अंत में हारकर पलायन करना पड़ रहा है. मालिक ने सूरत से बस भेजी है.

पेश है रिपोर्ट

डिजास्टर एक्ट के तहत कार्रवाई
वहीं, एएसपी संजय कुमार ने बताया कि सभी यात्रियों की जांच की जा रही है. बस में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा गया था. जिसे लेकर डिजास्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.

रोहतासः गया से एक लग्जरी बस से 92 मजदूरों को गुजरात स्थित सूरत ले जाया जा रहा था. जिसमें 5 बाल मजदूर भी शामिल थे. रोहतास एएसपी संजय कुमार के नेतृत्व में बस को डेहरी ऑन सोन में रुकवाकर सभी बाल मजदूरों को मुक्त कराया गया. अन्य यात्रियों से भी पूछताछ की जा रही है.

'घर में नहीं मिला रोजगार तो लौट रहे परदेस'
जानकारी के अनुसार बस सूरत स्थित निजी कंपनी के मालिक ने भेजी थी. बस पर कई महिलाएं भी थी. मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन में काम छीन गया तो घर लौट आए थे. लेकिन यहां रोजगार नहीं मिल रहा है. ऐसे में परिवार का भरण पोषण नहीं हो पा रहा है. मजबूरी में लौट कर सूरत जाना पड़ रहा है.

रोहतास
यात्रियों से पूछताछ करती पुलिस

मजदूरों ने बताया कि बिहार सरकार की ओर से कहा गया था कि घर में ही रोजगार मिलेगा. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. 5 महीने से बेरोजगार हैं, अंत में हारकर पलायन करना पड़ रहा है. मालिक ने सूरत से बस भेजी है.

पेश है रिपोर्ट

डिजास्टर एक्ट के तहत कार्रवाई
वहीं, एएसपी संजय कुमार ने बताया कि सभी यात्रियों की जांच की जा रही है. बस में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा गया था. जिसे लेकर डिजास्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Aug 20, 2020, 11:13 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.