रोहतास: मूसलाधार बारिश के कारण जिले में त्राहिमाम मचा हुआ है. इससे सोन नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है. वहीं, मध्य प्रदेश के बाणसागर से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण भी सोन नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है. जिससे नदी के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों खासकर किसानों में दहशत का माहौल है.
बढ़े जलस्तर ने कर दी फसल बर्बाद
सोन नदी के किनारे रहने वाले सैकड़ों किसान नदी के बीचोंबीच बने टीले पर मौसमी सब्जी उगाकर अपने और अपने परिवार का पेट पालते हैं. कभी-कभी तो वह महीनों तक बने टीले पर ही रह जाते हैं. साथ ही, अपने मवेशियों को भी रखते हैं पर अचानक पानी के बढ़े स्तर ने इनकी फसल बर्बाद कर दी. ऐसे में हर बार जब पानी खतरे के निशान से ऊपर जाता था तो जिला प्रशासन इन लोगों को अलर्ट करता था. लेकिन इस बार जिला प्रशासन की ओर से लोगों को किसी तरह की कोई सूचना नहीं दी गई.
'प्रशासन नहीं देता ध्यान'
जिला प्रशासन की ओर से सूचना न मिलने पर किसानों ने अपने सामान के साथ मवेशियों को नाव के सहारे निकालना शुरू कर दिया है. किसान कह रहे हैं कि पिछले 20 सालों से नदी के टीले पर सब्जी उगाते रहे हैं. ऐसे में हर साल इसी तरह उनकी फसलें बह कर बर्बाद हो जाती हैं. वहीं, इलाके के मछुआरों ने भी अपने-अपने नाव किनारे पर ला कर खड़े कर दिए हैं. इनका कहना है कि मुआवजा तो दूर कोई सुनने वाला भी नहीं है. इस बार भी लगता है कि उनकी रोटी पर आफत आएगी.