रोहतास: कोरोना को लेकर लॉकडाउन के कारण पूरे देश में यात्री ट्रेनों का परिचालन बंद है. ऐसे में रेलवे भी अपनी सामाजिक दायित्व का निर्वहन बखूबी कर रहा है. रेलवे की ओर से जिले के 3200 की आबादी वाले मुड़ियार गांव को गोद लिया गया है.
बता दें कि इस गांव में लगातार कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए हरसंभव उपाय किए जा रहे है. पूरे गांव को सैनेटाइज किया जा रहा है. वही गांव में सभी लोग लॉकडाउन का पालन करे इसके लिए ड्रोन कैमरा से निगरानी की जा रही है. इसके अलावे गरीब परिवारों के बीच राशन का भी वितरण किया जा रहा है. पूरे गांव के लोगों को मास्क तथा सैनेटाइजर दी गई है. सबसे बड़ी बात है कि रेलवे के अधिकारी लगातार गांव में रहकर गांव के हर एक ग्रामीण के स्वास्थ्य की जांच और स्क्रीनिंग करवा रहे हैं.
रेलवे निभा रहा अपना सामाजिक सरोकार
रेल कर्मियों ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय मुगलसराय रेल मंडल के अंतर्गत डेहरी रेलवे स्टेशन से कुछ दूर स्थित मुड़ियार गांव में रेलवे अपने सामाजिक सरोकार को निभा रही है. गांव के हर व्यक्ति के एंड्राइड मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु एप्प डॉउनलोड कराया जा रहा है. ताकि उन्हें कोरोना संक्रमण से बचने के जानकारी और उपाय मिल सके.
रेलवे की हो रही प्रशंसा
बताया जाता है कि पिछले साल भी रेलवे ने डेहरी सोन नदी ब्रिज पर बने 120 साल पुराने ब्रिज की जगह कठिन समझे जाने वाले भारत की सबसे नई रेल पुल पर तीहरे रेलवे लाइन का निर्माण और यार्ड रीमॉडलिंग कर इतिहास रच दिया था. इस साल भी दूरसंचार विभाग रेल मंडल के कर्मियों ने कोरोना वायरस के इस वैश्विक महामारी के दौर में लोगों को बचाने और असहाय लोगों को भूखे पेट नहीं रहने देने का संकल्प लेने के साथ ही गांव को गोद लिया है. रेलवे के इस फैसले की चौतरफा प्रशंसा हो रही है.