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रोहतास में हैंगिंग ब्रिज को लेकर आशंकित हैं लोग, गुजरात के मोरबी हादसे के बाद सता रहा डर

गुजरात के मोरबी में हुए ब्रिज हादसे के बाद लोगों में आशंका है कि कहीं उनके आसपास इस तरह की घटना ना हो जाए. ऐसे में रोहतास में हैंगिंग ब्रिज को लेकर भी लोगों में आशंका है. जिसके कारण स्थानीय हैंगिंग ब्रिज की मरम्मत और समय-समय पर इसकी देखरेख की मांग कर रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर...

रोहतास में हैंगिंग ब्रिज
रोहतास में हैंगिंग ब्रिज
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Published : Nov 4, 2022, 8:32 AM IST

रोहतास: गुजरात के मोरबी में हुए हैंगिंग ब्रिज हादसे (Hanging bridge accident in Morbi in Gujarat) के बाद देश के अलग-अलग क्षेत्रों में हैंगिंग ब्रिज के रख रखाव को लेकर सवाल खड़े हो रहे है. गौरतलब है कि इस भीषण हादसे में सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. देश में इस तरह का कोई दूसरा हादसा ना हो इसके लिए सरकारें अलर्ट हो गई है. बिहार के रोहतास जिले में तुतला भवानी धाम स्थित हैंगिंग ब्रिज (hanging bridge in Rohtas) को लेकर लोगों में आशंका बनी हुई है.

ये भी पढ़ें- मोरबी ब्रिज हादसे के बाद मंदार रोपवे में सुरक्षा कड़ी, बिना डरे उठा सकते हैं खूबसूरत वादियों का लुत्फ

रोहतास में स्थित है हैंगिंग ब्रिज: बिहार के रोहतास जिले में तिलौथू के पास तुतला भवानी जलप्रपात (Tutla Bhavani Falls in Rohtas) स्थित है. यहां स्थित तुतला भवानी मंदिर तक पहुंचने के लिए वन विभाग ने हैंगिंग ब्रिज का निर्माण करवाया है. जहां सालों भर लोग इसका उपयोग करते हैं. लगभग ढाई साल पहले हैंगिंग ब्रिज का निर्माण कराया गया था. यह ब्रिज लगभग 200 मीटर लंबी है. स्थानीय लोगों के मुताबिक इस ब्रिज का रखरखाव ठीक से नहीं हो रहा है. जिसे लेकर लोगों में हादसे की आशंका है.

सालों भर रहती है लोगों की भीड़: रोहतास में स्थित इस ब्रिज पर सालों भर लोगों की भीड़ होती है. वहीं पर्व-त्यौहार और पर्यटन के समय भीड़ और बढ़ जाती है. जिससे खतरा बना रहता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल पहले से कहीं अधिक झूलता है. इसलिए अभियंताओं के देखरेख में इसका निरीक्षण होना चाहिए, ताकि मोरबी जैसी कोई हादसा यहां ना हो सके. बताया जा रहा है कि यहां स्थित खुबसूरत झरने को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ती है.

"समय-समय पर तुतला भवानी के हैंगिंग ब्रिज की देखरेख होती है. उसके पटरे बदले जाते हैं. साथ ही विभिन्न नटो को टाइट भी किया जाता रहता है. ताकि कहीं से कोई दुर्घटना न हो. वैसे भी यह ब्रिज नई है और संबंधित कंपनी खुद इसकी देखरेख करते हैं. साथ ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भी ब्रिज के पहले गेट लगाया गया हैं, ताकि ज्यादा लोगों को एक साथ पुल पर नहीं चढ़ने दिया जाए",- मनीष कुमार वर्मा, वन प्रमंडल पदाधिकारी, रोहतास


ये भी पढ़ें- मंदार पर्वत की चोटी तक पहुंचने के लिए रोपवे तैयार, जल्द उद्घाटन के लिए आएंगे नीतीश कुमार


रोहतास: गुजरात के मोरबी में हुए हैंगिंग ब्रिज हादसे (Hanging bridge accident in Morbi in Gujarat) के बाद देश के अलग-अलग क्षेत्रों में हैंगिंग ब्रिज के रख रखाव को लेकर सवाल खड़े हो रहे है. गौरतलब है कि इस भीषण हादसे में सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. देश में इस तरह का कोई दूसरा हादसा ना हो इसके लिए सरकारें अलर्ट हो गई है. बिहार के रोहतास जिले में तुतला भवानी धाम स्थित हैंगिंग ब्रिज (hanging bridge in Rohtas) को लेकर लोगों में आशंका बनी हुई है.

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रोहतास में स्थित है हैंगिंग ब्रिज: बिहार के रोहतास जिले में तिलौथू के पास तुतला भवानी जलप्रपात (Tutla Bhavani Falls in Rohtas) स्थित है. यहां स्थित तुतला भवानी मंदिर तक पहुंचने के लिए वन विभाग ने हैंगिंग ब्रिज का निर्माण करवाया है. जहां सालों भर लोग इसका उपयोग करते हैं. लगभग ढाई साल पहले हैंगिंग ब्रिज का निर्माण कराया गया था. यह ब्रिज लगभग 200 मीटर लंबी है. स्थानीय लोगों के मुताबिक इस ब्रिज का रखरखाव ठीक से नहीं हो रहा है. जिसे लेकर लोगों में हादसे की आशंका है.

सालों भर रहती है लोगों की भीड़: रोहतास में स्थित इस ब्रिज पर सालों भर लोगों की भीड़ होती है. वहीं पर्व-त्यौहार और पर्यटन के समय भीड़ और बढ़ जाती है. जिससे खतरा बना रहता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल पहले से कहीं अधिक झूलता है. इसलिए अभियंताओं के देखरेख में इसका निरीक्षण होना चाहिए, ताकि मोरबी जैसी कोई हादसा यहां ना हो सके. बताया जा रहा है कि यहां स्थित खुबसूरत झरने को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ती है.

"समय-समय पर तुतला भवानी के हैंगिंग ब्रिज की देखरेख होती है. उसके पटरे बदले जाते हैं. साथ ही विभिन्न नटो को टाइट भी किया जाता रहता है. ताकि कहीं से कोई दुर्घटना न हो. वैसे भी यह ब्रिज नई है और संबंधित कंपनी खुद इसकी देखरेख करते हैं. साथ ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भी ब्रिज के पहले गेट लगाया गया हैं, ताकि ज्यादा लोगों को एक साथ पुल पर नहीं चढ़ने दिया जाए",- मनीष कुमार वर्मा, वन प्रमंडल पदाधिकारी, रोहतास


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