रोहतास : जिले के सरकारी अस्पताल के एंबुलेंस का हाल इन दिनों ठीक नहीं है. स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सरकार बड़े-बड़े दावे जरूर करती है. लेकिन दावे की पोल तब खुल जाती है, जब उसकी हकीकत जमीनी स्तर पर लोगों के सामने आ जाती है.
कुछ ऐसी ही हालत करगहर प्रखंड के सरकारी अस्पताल के एंबुलेंस में भी देखने को मिली. कहने को तो एंबुलेंस लोगों को नई जिंदगी देती है. लेकिन जब एंबुलेंस खुद वेंटिलेटर पर आ जाए, तो मरीजों का रहबर कौन होगा. क्योंकि जिस एंबुलेंस में ऑक्सीजन और एसी पूरी तरीके से काम नहीं करता हो. वह एंबुलेंस कैसे मरीजे के लिए भगवान साबित होगा.
एनजीओ के माध्यम से चलाया जा रहा एंबुलेंस
एंबुलेंस के ड्राइवर ने बताया कि कई महीनों से एंबुलेंस की सर्विसिंग नहीं हुई है. लिहाजा मरीजों को ले जाते समय कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. गौरतलब है कि इन दिनों एंबुलेंस का कार्यभार एनजीओ के माध्यम से चलाया जा रहा है. उसके बावजूद एनजीओ एंबुलेंस में मौजूद सुविधाएं नहीं दे रही है. सरकार ने एंबुलेंस में मरीजों के लिए एसी की व्यवस्था की है. लेकिन एनजीओ की लापरवाही की वजह से मरीजों को एसी का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
मरीजों को हो रही परेशानी
एंबुलेंस की हालत खुद इतनी खराब है कि वह कभी भी राह चलते खुद बीमार पड़ जाएगा. ऐसे में यह एंबुलेंस कभी भी मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. जाहिर है एनजीओ की लापरवाही की वजह से ही आम लोगों को एंबुलेंस में मौजूद एसी का लाभ नहीं मिल पाता है. लिहाजा प्रशासन को इस पर जल्द से जल्द कोई ठोस कदम उठाना चाहिए, ताकि एंबुलेंस में मिलने वाली सुविधाओं का लाभ आम मरीजों को मिल सके.