रोहतासः एक तरफ जहां कोरोना को लेकर डर और दहशत का माहौल है. वहीं, मुस्लिम समाज की कुछ युवतियां कोरोना वायरस से लोगो के बचाव के लिए अपने स्तर पर मास्क तैयार करने का काम तेजी से कर रही हैं. जहां बाजार में मास्क की उपलब्धता में कमी बताई जा रही है. वहीं, यह महिलाएं अपनी मेहनत के दम पर जितनी आवश्यकता हो उतने मास्क जन सुरक्षा के लिए बनाने को तैयार और तत्पर है.
मुस्लिम युवतियां बना रही मास्क
दरसल, कोरोना की त्रासदी में रोहतास जिले के सूर्यपुरा गढ़ के मुस्लिम परिवार की तीन युवतियां छठ पूजा समिति की मदद से मास्क बना रहीं है. वहीं, मास्क तैयार कर रहीं युवतियां कहती हैं कि लॉकडाउन की वजह से लोग घरों से नहीं निकल पा रहे हैं और बाजार में मास्क की भारी कमी हो गई है. लोग मनमाने दाम पर इसे बेच रहे हैं. इससे गरीबों के लिए मास्क खरीदना मुश्किल हो गया है. ऐसे में हमने निःशुल्क मास्क तैयार कर जरूरतमंदों की मदद का बीड़ा उठाया है. घर में बिना काम के बैठने से अच्छा सोचा कि कुछ ऐसा काम किया जाए जो कोरोना से जंग में लोगों के लिए मददगार बने. फिर हमने मास्क बनाने का फैसला लिया.
छठ पूजा समिति युवतियों के हौसले को किया सलाम
छठ पूजा समिति ने भी मुस्लिम युवतियों के हौसले को सलाम किया और उन्हें अपनी तरफ से कपड़ा और धागा मुहैया कराया. अब तक ये तीनों आठ हजार से अधिक मास्क तैयार कर चुकी हैं. वे बताती हैं कि हम अपने समाज के लिए प्रेरणास्रोत बनीं. नशीमा, कश्मीरी व शबाना खुद भी महामारी से बचने को लॉकडाउन के नियमों का पालन कर रही हैं. वे अपने घरों में रहकर मास्क तैयार करती हैं. इसके अलावा स्वजनों, परिचितों व शुभचिंतकों को भी फोन व अन्य माध्यमों से घर में रहकर सुरक्षित रहने की सलाह देती है.