रोहतासः बिहार के रोहतास के अकोढ़ी गोला में सम्मान सह मिलन समारोह में शिकरत करने पहुंचे एलजेपीआर अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan On Upendra Kushwaha) ने जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा (jdu leader Upendra Kushwaha) पर जम कर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अब उपेंद्र कुशवाहा भी सीएम नीतीश कुमार पर भी उंगलियां उठाने लगे हैं. चिराग ने इतना तक कह दिया कि उपेंद्र कुशवाहा जब दाएं बाएं बगले झांकने लगे तो समझिए वह पूरी तरह से दल बदलने की तैयारी में हैं, यह उनका इतिहास रहा है.
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उपेंद्र कुशवाहा खुद अपने अंदर भी झांक लेंः ईटीवी भारत के एक सवाल का जवाब देते हुए सांसद चिराग ने कहा कि शराबबंदी को लेकर बिहार सरकार को कठघरे में खड़ा करने वाले कुशवाहा खुद अपने अंदर भी झांक लें, अब तो वह नीतीश कुमार को भी आईना दिखाने लगे हैं. चिराग ने कहा कि जब उपेंद्र कुशवाहा दाएं बाए बगले झांकने लगे तो समझिए वह पूरी तरह से दल बदलने की तैयारी में हैं. जब वह एनडीए की सरकार में थे तो तब भी उनके इस तरह के बयान आते थे, यहां तक कि मुख्यमंत्री से जब अलग होना था तब भी उनकी बयानबाजी होती थी.
"उपेंद्र कुशवाहा भी सीएम नीतीश कुमार को आईना दिखाने लगे हैं. जब वह एनडीए की सरकार में थे तो तब भी उनके इस तरह के बयान आते थे, यहां तक कि मुख्यमंत्री से जब अलग होना था तब भी उनकी बयानबाजी होती थी. वो दाएं बाए जब बगले झांकने लगे तो समझिए वह पूरी तरह से दल बदलने की तैयारी में हैं"- चिराग पासवान, एलजेपीआर अध्यक्ष
'हम तो खुल कर बोलेंगे विपक्ष में है' : चिराग ने कहा कि बिहार में शराबबंदी जैसा विफल शायद ही कोई कानून रहा होगा. मुख्यमंत्री ने तस्कर खड़े कर दिए हैं. पंचायत से लेकर शहरी इलाकों तक अवैध शराब का धड़ल्ले से निर्माण हो रहा है. सीएम की पुलिस निर्दोषों को जेल भेज रही है यहां तक कि जहरीली शराब से मौत का तांडव सूबे में जारी है. अब इस पर बिहार के लोगों को सोचना होगा कि घर-घर तक शराब पहुंचाने और दुकान खुलवाने का जिम्मेवार कौन है.
'बिहार में शराबबंदी असफल' : बता दें कि जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में शराबबंदी को असफल करार देते हुए कहा था कि सरकार के कह देने मात्र से शराबबंदी सफल नहीं हो जाती है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि शराबबंदी लागू कराने के लिए लोगों का समर्थन भी चाहिए. उपेंद्र कुशवाहा के इसी बयान पर विपक्ष ने नीतीश की शराबबंदी और उपेंद्र कुशवाहा पर निशाना साधना शुरू कर दिया है.
बिहार में पूर्ण शराबबंदी 2016 से लागू है. नीतीश कुमार लगातार कहते रहे हैं कि महिलाओं के कहने पर ही बिहार में शराबबंदी लागू की है. शराबबंदी सही ढंग से लागू नहीं होने को लेकर बीजेपी जब सरकार में साथ थी तो सवाल खड़ा करती रही, वहीं विपक्ष में रही आरजेडी और कांग्रेस ने भी शराबबंदी को फेल बताया था. शराबबंदी पर उठ रहे सवाल काे लेकर नीतीश कुमार की चुनौतियां बढ़ती दिख रही है. इस बीच पहले सम्राट चौधरी और अब एलजेपीआर अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी शराबबंदी को लेकर नीतीश पर हमला किया है.