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रोहतासः जिला प्रशासन की कार्रवाई, अतिक्रमण हुए चार एकड़ की जमीन पर बने मकान किए गए ध्वस्त - Land encroached evacuated

अंचलाधिकारी श्यामसुंदर राय ने बताया कि 2 महीने पहले सभी को नोटिस जारी कर दिया गया था. इसके साथ ही अतिक्रमणकारियों के संबंध में राजस्व कर्मचारियों से जांच भी करवाई गई थी. जिसमें पाया गया था कि सबके पास अपनी निजी जमीन है. बावजूद इसके यह लोग सरकारी जमीन कब्जा कर अवैध निर्माण कर रहे है.

मकान हुए ध्वस्त
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Published : Nov 23, 2019, 12:04 AM IST

रोहतासः हाईकोर्ट के निर्देश के बाद जिले के नासरीगंज नहर के जमीन पर अतिक्रमण हटाने गए प्रशासनिक अधिकारियों को महिलाओं का जमकर विरोध झेलना पड़ा. इस दौरान अतिक्रमण हटाने आए जेसीबी मशीन को ग्रामीणों ने घंटों तक रोके रखा. हालांकि अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच तीखी नोंक झोंक के बाद नहर की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया.

देखें पूरी रिपोर्ट

जमीन पर बनाए गए अवैध मकान ध्वस्त
दरसल नासरीगंज के मौना में नहर के साढ़े चार एकड़ सरकारी जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध निर्माण करा लिया था. जिसे हाईकोर्ट के निर्देश के बाद अंचलाधिकारी टीम के साथ अतिक्रमण जमीन को खाली कराने पहुंचे थे. इस दौरान नहर की जमीन पर अतिक्रमण कर बनाए गए 28 से अधिक झोपड़ी और पक्के मकानों को ध्वस्त कर दिया गया.

Rohtas
अतिक्रमण हटाने के दौरान

'अतिक्रमण हटाने के लिए बल प्रयोग'

नासरीगंज के अंचलाधिकारी श्यामसुंदर राय ने बताया कि 2 महीने पहले सभी को नोटिस जारी कर दिया गया था. इसके साथ ही अतिक्रमणकारियों के संबंध में राजस्व कर्मचारियों से जांच भी करवाई गई थी. जिसमें पाया गया था कि सबके पास अपनी निजी जमीन है. बावजूद इसके यह लोग सरकारी जमीन कब्जा कर अवैध निर्माण कर रहे है. उन्होंने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा.

रोहतासः हाईकोर्ट के निर्देश के बाद जिले के नासरीगंज नहर के जमीन पर अतिक्रमण हटाने गए प्रशासनिक अधिकारियों को महिलाओं का जमकर विरोध झेलना पड़ा. इस दौरान अतिक्रमण हटाने आए जेसीबी मशीन को ग्रामीणों ने घंटों तक रोके रखा. हालांकि अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच तीखी नोंक झोंक के बाद नहर की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया.

देखें पूरी रिपोर्ट

जमीन पर बनाए गए अवैध मकान ध्वस्त
दरसल नासरीगंज के मौना में नहर के साढ़े चार एकड़ सरकारी जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध निर्माण करा लिया था. जिसे हाईकोर्ट के निर्देश के बाद अंचलाधिकारी टीम के साथ अतिक्रमण जमीन को खाली कराने पहुंचे थे. इस दौरान नहर की जमीन पर अतिक्रमण कर बनाए गए 28 से अधिक झोपड़ी और पक्के मकानों को ध्वस्त कर दिया गया.

Rohtas
अतिक्रमण हटाने के दौरान

'अतिक्रमण हटाने के लिए बल प्रयोग'

नासरीगंज के अंचलाधिकारी श्यामसुंदर राय ने बताया कि 2 महीने पहले सभी को नोटिस जारी कर दिया गया था. इसके साथ ही अतिक्रमणकारियों के संबंध में राजस्व कर्मचारियों से जांच भी करवाई गई थी. जिसमें पाया गया था कि सबके पास अपनी निजी जमीन है. बावजूद इसके यह लोग सरकारी जमीन कब्जा कर अवैध निर्माण कर रहे है. उन्होंने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा.

Intro:Desk Bihar / Date:- 22 Nov 2019
From:- Ravi Kumar / Sasaram
Slug:-
Bh_roh_03_atikraman_bh10023

रोहतास जिले में अतिक्रमण हटाने गए प्रशासनिकअधिकारियों को महिलाओं का जम कर विरोध झेलना पड़ा वही ग्रामीणों ने प्रशासन के जेसीबी मशीन को भी कई घण्टो तक रोके रखा इस दौरान अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच तीखी नोंक झोंक भी हुई मामला नासरीगंज इलाके का है
Body:दरसल नासरीगंज में नहर के जमीन को हाईकोर्ट के निर्देश के बाद अतिक्रमण मुक्त कराया गया। इस दौरान 28 से अधिक झोपड़ी तथा आज निर्मित मकानों को ध्वस्त किया गया। नासरीगंज के मौना में साढ़े चार एकड़ जमीन पर कुछ लोगो ने अवैध निर्माण कर लिया था । हाईकोर्ट के निर्देश पर अवैध निर्माण हटाने के लिए जब अधिकारी पहुंचे, तो ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया। कुछ युवकों ने JCB को रोक दिया। वहीं महिलाएं भी सामने आ गई। बाद में पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।
नासरीगंज के अंचलाधिकारी श्यामसुंदर राय ने बताया कि 2 महीना पहले ही सभी को नोटिस जारी कर दिया गया था तथा अतिक्रमणकारियों के संबंध में राजस्व कर्मचारियों से जांच करवाई गई। तो पाया गया कि सभी के पास अपने निजी जमीन है। लेकिन फिर भी सरकारी जमीन पर कब्जा कर अवैध निर्माण कर रहे थे। इसके बाद आज अतिक्रमण हटाने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा।

बाइट:- श्यामसुंदर राय (अंचलाधिकारी) नासरीगंज।Conclusion:
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