रोहतास: बिहार के रोहतास में अवैध बालू के खिलाफ छापेमारी (Sand Mafia Arrest In Rohtas) अभियान में एएसपी और एसडीएम ने मौके से चार बालू माफिया को गिरफ्तार किया है. डेहरी अनुमंडल क्षेत्र के दरिहट इलाके में अधिकारियोें ने स्पेशल ड्राइव चलाकर ओवरलोड वाहनों को जब्त किया है. इस कार्यवाही की जानकारी के बाद सभी बालू माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है.
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बालू माफिया के खिलाफ कार्रवाई: अवैध बालू मामले में अधिकारियों ने कंबाइंड ऑपरेशन चलाया और पडुहार घाट क्षेत्र में कई गाड़ियों को जब्त किया है. इस कार्रवाई में अवैध कारोबार में शामिल लोगों के पास से निरीक्षण के दौरान पडूहार घाट से चार हाइवा और सात ट्रैक्टर को बिना चालान के ओवरलोडेड पकड़ा गया है. जबकि तिलौथू में भी एक हाइवा को अवैध बालू खनन मामले में पुलिस प्रशासन ने पकड़ा है.
"अचानक हमलोगों ने बालू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की शुरुआत की. तभी बालू घाट से हमलोगों ने ग्यारह ओवरलोड वाहनों को जब्त किया है. साथ ही चार बालू माफिया को भी गिरफ्तार किया है. आगे भी हमलोगों के द्वारा ऐसी कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा". शुभांक मिश्रा एएसपी डेहरी
छापेमारी में कई अधिकारी मौजूद: एसडीएम अनिल कुमार सिन्हा और एएसपी शुभांक मिश्रा ने बताया कि इस कार्रवाई में उनके साथ खनन विभाग की टीम, अंचलाधिकारी डेहरी, थानाध्यक्ष, दरिहट के साथ ही पूरी टीम भी शामिल थी. सभी पकड़े गए वाहनों पर कानूनी कार्रवाई का निदेश अंचलाधिकारी और थानाध्यक्ष को दिया गया है. एएसपी ने बताया कि ऐसी कार्रवाई आगे भी निरंतर की जाएगी.
थानाध्यक्ष पर भी होगी सख्त कार्रवाई: उन्होंने बताया कि जिस थाना क्षेत्र में अवैध बालू खनन और घाट संचालन की जानकारी मिलेगी. इसकी पुष्टि हो जाने के बाद संबंधित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई होगी. अधिकारियों ने अवैध बालू लूट के खिलाफ स्थानीय लोगों से सूचना एकत्रित करते हुए ठोस कदम उठाने की बात कही है.
सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान: डेहरी के सोन नदी इलाके में बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चलता है. बगैर चालान के ओवरलोडेड गाड़ियों से लूट लगातार चलता रहता है. इस कारण राज्य की सरकार को करोड़ों रुपए राजस्व का चुना भी लगता है. अवैध कारोबार के जरिए धंधे में शामिल लोग काफी मुनाफा कमाते हैं. इस गोरखधंधे में पुलिस और प्रशासन की कहीं कहीं मेल-मिलाप की भी खबरें आती है.